मध्य प्रदेश की सियासत को इन दिनों कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ के कथित वीडियो ने गर्मा दिया है. ये वीडियो उस कमरे के हैं, जहां आम आदमी प्रदेशाध्यक्ष के सिपहसालारों की अनुमति के बिना नहीं जा सकता. सवाल है कि आखिर कमलनाथ का विभीषण कौन है, जो वीडियो बनाकर सार्वजनिक करने में लगा है.
राज्य के मालवा-निमांड़ अंचल को छोड़ दिया जाए तो अन्य किसी भी हिस्से में ध्रुवीकरण की सियासत नहीं रही है. लेकिन कांग्रेस जो अपने को धर्मनिरपेक्ष बताते नहीं थकती और पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी मंदिर-मंदिर घूमकर अपने को हिंदू बता रहे हैं, उस पर कांग्रेस के कमलनाथ का कथित वीडियो पानी फेर सकता है.
मुस्लिम बूथ पर नहीं पड़े वोट तो होगा नुकसान
वीडियो में कमलनाथ मुस्लिम समाज के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर रहे हैं. इसमें कमलनाथ अपने को आरएसएस का बेहतर जानकार बता रहे हैं, साथ ही कह रहे हैं कि मतदान तक सब कुछ सहें. वहीं एक अन्य वीडियो सामने आया है, जिसमें कमलनाथ कह रहे हैं कि मुस्लिम बहुल मतदान केंद्रों पर 90 फीसदी मतदान होना चाहिए, अगर ऐसा नहीं हुआ तो कांग्रेस का नुकसान होगा.
हारती कांग्रेस को मुसलमानों का सहारा?...#MPTak@OfficeOfKNath @digvijaya_28 @JM_Scindia @BJP4MP @ChouhanShivraj @sambitswaraj @MPRakeshSingh @nstomar @BJP4India pic.twitter.com/nqWiUexCxn
— MP Tak (@MPTakOfficial) November 21, 2018
कमरे में बिना इजाजत जाने की अनुमति नहीं
यह कथित वीडियो उस कमरे के हैं, जहां कमलनाथ बैठते हैं. इस कमरे तक पहुंचने के लिए तीन मंजिल की सीढ़ियां तो पार करनी ही होती हैं, साथ ही कई नेताओं के सामने से गुजरना होता है. इतना ही नहीं अंदर तभी जा सकते हैं जब या तो कमलनाथ की अनुमति हो या उनके सिपहसालार आप पर मेहरबान हो जाएं. कमलनाथ भी ये बात मानते हैं कि उनसे सीधे मुलाकात न होने की कुछ वजहें हैं. उनकी ओर से इसके लिए एक व्यवस्था बनाई गई है, उसी के तहत पार्टी के लोग उनसे मुलाकात करते हैं.
किसने किया वीडियो सार्वजनिक?
अब सवाल यह उठ रहा है कि कमलनाथ से मुलाकात की जब चौकस व्यवस्था है तो वह कौन लोग हैं, जिन्होंने यह कथित वीडियो सार्वजनिक कर दिया है. समाचार एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक यह तो तय है कि इसमें वही लोग शामिल होंगे, जो कमलनाथ से मुलाकात कराना तय करते हैं. पार्टी इस संकट से कैसे उबरेगी, यह सवाल पार्टी के हर नेता के दिमाग में उठ रहा है.
विपक्ष ने बताया कांग्रेस का तुष्टिकरण
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कमलनाथ के वीडियो पर हमले तेज कर दिए हैं. भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने इस वीडियो को कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति का नमूना बताया है. वहीं उपाध्यक्ष प्रभात झा ने चुनाव आयोग से शिकायत कर कमलनाथ पर राज्य की फिजा बिगाड़ने का आरोप लगाया है.
कमलनाथ ने की थी ज्यादा वोटिंग की अपील
कांग्रेस की मीडिया विभाग की अध्यक्ष शोभा ओझा ने इस वीडियो को झुठलाया नहीं है. उन्होंने कहा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश की महिलाओं से मुलाकात करते वक्त यह बात कही थी कि दृढ़ता से आपको 90 और 100 प्रतिशत वोटिंग करनी चाहिए जिससे महिला अधिकारों का रास्ता प्रशस्त किया जा सके. नहीं तो हम सबको इससे नुकसान होगा. उन्होंने कहा, कि इसी तरह किसानों का समूह जब कमलनाथ से मिलने आया था, तब भी उन्होंने कहा था कि फसलों के दाम मांगने पर जो सरकार किसानों को मौत के घाट उतार दे, उसे एक क्षण भी रहने का अधिकार नहीं है. इसलिए अधिक से अधिक संख्या में अपना वोट करें, जिससे किसानों का अधिकार सुरक्षित किया जा सके. इसलिए समाज के लोगों से मुलाकात के वक्त कमलनाथ ने चुनाव आयोग के निर्देशों का हवाला देते हुए यह गुहार लगाई कि 90-100 प्रतिशत मतदान करना चाहिए.
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