मध्य प्रदेश की नेपानगर विधानसभा सीट बुरहानपुर जिले में आती है.यह सीट अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है. नेपानगर असीरगढ़ का किला और मुमताज महल जैसे ऐतिहासिक धरोहरों के लिए मशहूर है. यहां पर कुल 2 लाख 33 हजार 49 हजार मतदाता हैं.
यह सीट 1977 में वजूद में आई है. बीते 4 चुनावों में यहां बीजेपी दर्ज करती आई है. यहां पर बीजेपी को 5 और कांग्रेस को 4 बार जीत मिली है. कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर जीत साल 1998 में मिली थी. तब रघुनाथ यहां से चुनाव जीते थे. इसके बाद कांग्रेस यहां पर जीते के लिए तरसते आई है.
2016 उपचुनाव, 2013, और 2008 में बीजेपी को मिली जीत
इस सीट पर बीते 4 चुनावों में बीजेपी का प्रदर्शन शानदार रहा है. बीजेपी की मंजू दादू यहां की विधायक हैं. पिता राजेंद्र दादू के निधन के बाद 2016 में हुए उपचुनाव में उन्होंने कांग्रेस के अंतरसिंह देवसिंह को 40 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. इससे पहले 2013 के चुनाव में बीजेपी के राजेंद्र श्यामलाल ने कांग्रेस के रामकिशन पटेल को 22 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. राजेंद्र को इस चुनाव में 87224 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस के राम किशन को 65046 वोट मिले थे.
2008 के चुनाव की बात करें तो इस बार भी बीजेपी को जीत मिली थी. बीजेपी के राजेंद्र श्यामलाल दादू ने इस बार जीत हासिल की थी. उन्होंने कांग्रेस के रामकिशन पटेल को महज 1586 वोटों से हराया था. राजेंद्र श्यामलाल दादू को 46534 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस को रामकिशन पटेल को 44948 वोट मिले थे.
टिकट के दावेदार
इस बार के चुनाव में बीजेपी को टिकट के लिए ज्यादा माथापच्ची करने की जरूरत नहीं पड़ेगी. वर्तमान विधायक मंजू दादू को पार्टी एक बार फिर मैदान में उतार सकती है. वहीं कांग्रेस हर हाल में इस सीट पर वापसी करना चाहती है. कांग्रेस की ओर से सुमित्रा कासडेगर का नाम टिकट की रेस में आगे चल रहा है. इसके अलावा रामकिशन पटेल और अंतरससिंह भी दावेदार हैं.