मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के गिरने के बाद से जारी राजनीतिक घटनाक्रम अभी थमा नहीं है. हाल ही में कांग्रेस छोड़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थामने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री और कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ लगातार बयानबाजी करना बीजेपी नेता प्रेमचंद गुड्डू पर आखिरकार भारी पड़ गया है.
बीजेपी ने गुड्डू को सिंधिया के खिलाफ बयानबाजी पर नोटिस जारी कर जवाब मांगा था लेकिन आज (बुधवार) की तारीख तक जवाब नहीं मिलने पर बीजेपी ने प्रेमचंद गुडडू को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया है. दरअसल, प्रेमचंद गुड्डू इससे पहले कांग्रेस में थे और बाकायदा कांग्रेस के टिकट पर 2009 में उज्जैन से सांसद चुने गए थे. हालांकि 2018 में गुड्डू और उनके बेटे अजित बौरासी कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे.
हाल ही में गुड्डू ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद उनपर और उनके समर्थक तुलसी सिलावट पर जमकर बयानबाजी की थी जिसके बाद पार्टी ने उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा था. गुड्डू ने कहा था कि तुलसी सिलावट सिंधिया के चापलूस हैं. अब बीजेपी से निष्कासित होने के बाद माना जा रहा है कि प्रेमचंद गुड्डू दोबारा कांग्रेस का दामन थाम लेंगे और होने वाले उपचुनाव में तुलसी सिलावट के सामने सांवेर से उमीदवारी ठोकेंगे.