राज्यपाल लालजी टंडन से मंगलवार को विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायकों के प्रतिनिधिमंडल ने राजभवन में मुलाकात की. प्रतिनिधियों ने राज्यपाल को प्रह्लाद लोधी की विधानसभा सदस्यता रद्द किए जाने के खिलाफ ज्ञापन दिया. बताया जा रहा है कि लोधी की सदस्यता रद्द होने के बावजूद भी जिस तरह से पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई का रुख बना हुआ था, उससे आलाकमान खुश नहीं है.
माना जा रहा है कि मंगलवार को राज्यपाल से मुलाकात इसी का परिणाम है. सुबह अचानक भाजपा विधायक भोपाल में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के घर पर पहले इकट्ठा हुए और उसके बाद सीधे राजभवन पहुंच राज्यपाल को ज्ञापन सौंप विरोध जताया. विधायकों के इस प्रतिनिधिमंडल में नरोत्तम मिश्रा, यशोधरा राजे सिंधिया, सीताशरण शर्मा, मोहन यादव, कमल पटेल, नारायण त्रिपाठी समेत कई अन्य विधायक शामिल थे. विधायकों ने एक स्वर में कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने बिना कानूनी सलाह लिए ही सदन में एक पद रिक्त होने की सूचना जारी कर दी.
आग से न खेले कमलनाथ सरकार- प्रदेश अध्यक्ष
वहीं प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह ने भी विधायक प्रह्लाद लोधी की सदस्यता रद्द होने को गलत बताया और कहा कि किसी विधायक की सदस्यता समाप्त करने से पहले राज्यपाल महोदय से अनुमति ली जाती है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार इस तरह से सदस्यता समाप्त नहीं की जा सकती. वहीं मुख्यमंत्री कमलनाथ के दो-तीन विधायकों वाले बयान पर राकेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस को आग से खेलना बंद करना चाहिए.
गौरतलब है कि विधानसभा अध्यक्ष ने लोधी की सदस्यता रद्द कर दी थी. हाल ही में झाबुआ सीट के लिए हुए उपचुनाव में भी मात खाने वाली भाजपा विधायकों की संख्या एक होने को भी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.