पुलिस पर अपराधियों के साथ मिलीभगत और उन्हें बचाने के आरोप लगते रहे हैं. हालांकि आज भी ऐसे पुलिसकर्मियों का अभाव नहीं जो ड्यूटी के प्रति पूरी तरह ईमानदार और समर्पित हैं, कुछ भी कर गुजरने का हौसला रखते हैं. मध्य प्रदेश के छतरपुर में एक महिला पुलिसकर्मी की ऐसे ही समर्पण का वाकया सामने आया है, जब वह आरोपी की गिरफ्तारी के लिए उसकी प्रेमिका बन गई.
फरार चल रहे हत्या के आरोपी को पकड़ने के लिए छतरपुर पुलिस ने काफी समय तक छापेमारी की, उसके हर ठिकाने पर दबिश दी, मुखबिरों का जाल बिछाया लेकिन हर कोशिश असफल रही. अंत में पुलिस ने एक नायाब तरीका अपनाया. फरार चल रहे आरोपी के साथ महिला पुलिस अधिकारी ने प्रेम का स्वांग किया. कई दिनों तक फोन पर बातें कीं और मिलने के लिए बुलाकर उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
यह दिलचस्प वाकया है छतरपुर जिले के नौगांव का, जहां हत्या के एक मामले में आरोपी बालकिशन चौबे हत्या के बाद से फरार चल रहा था. पुलिस ने कई बार उसके ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं आया. पुलिस चौतरफा आलोचनाओं से घिरी थी. नौगांव चौकी प्रभारी सब इंस्पेक्टर माधवी अग्निहोत्री के दिमाग में यह प्लान आया और माधवी ने इसे सफलतापूर्वक अंजाम भी दिया.
कैसे हुई गिरफ्तारी
नौगांव थाना क्षेत्र की गरौली चौकी प्रभारी माधवी ने पहले तो बालकिशन को प्रेमिका बनकर फोन किया. बालकिशन से फोन पर प्रेमिका बनकर बातें कीं और फिर बालकिशन से मिलने को कहा. बालकिशन प्रेमिका का स्वांग कर रही महिला पुलिस अधिकारी से मिलने के लिए तैयार हो गया. फोन पर बाकायदा समय और दिन के साथ ही स्थान निर्धारित किया गया. तय समय और स्थान पर जब आरोपी बालकिशन पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.
एसपी ने घोषित किया था 10 हजार इनाम
पिछले दिनों एक युवक की घर में घुसकर तीन लोगों ने हत्या कर दी थी. बालकृष्ण इस मामले में मुख्य आरोपी था, दो अन्य आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं. बालकृष्ण पर पहले से भी कई मामले दर्ज थे. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. बालकिशन की गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. उसकी गिरफ्तारी के लिए महिला सब इंस्पेक्टर ने जिस सूझबूझ का परिचय दिया, उसकी हर कोई प्रशंसा कर रहा है.
(लोकेश चौरसिया की इनपुट के साथ)