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MP: किसानों की कर्ज माफी आज से होगी शुरू, CM कमलनाथ रतलाम से करेंगे आगाज

Farmer loan waiver scheme in MP किसानों को ऋण मुक्ति प्रमाण पत्र और किसान सम्मान ताम्र पत्र मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किए जाएंगे. प्रथम चरण में इस योजना के तहत रतलाम जिले के 40 हजार से भी ज्यादा किसानों के 134 करोड़ रुपये से अधिक राशि के कर्ज माफ किए जा रहे हैं.

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मुख्यमंत्री कमलनाथ (फोटो- रॉयटर्स)
मुख्यमंत्री कमलनाथ (फोटो- रॉयटर्स)

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मध्य प्रदेश में कर्जमाफी को लेकर किसानों का इंतजार शुक्रवार को खत्म हो रहा है. मुख्यमंत्री कमलनाथ 22 फरवरी से रतलाम जिले में किसानों के खातों में कर्जमाफी की राशि डालने की प्रक्रिया शुरू करेंगे. इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री कमलनाथ रतलाम जिले के नामली से करने वाले हैं. रतलाम में मुख्यमंत्री के साथ सूबे के कृषि मंत्री सचिन यादव भी मुख्य कार्यक्रम में शामिल होंगे. सरकार के मुताबिक योजना के अंतर्गत प्रदेश में लाभार्थी किसानों की कुल संख्या करीब 25 लाख 49 हजार 451 है, जिनके बैंक खाते में एक मार्च 2019 तक राशि भेजी जाएगी.

आधिकारिक सूचना के अनुसार किसानों को ऋण मुक्ति प्रमाण पत्र और किसान सम्मान ताम्र पत्र मुख्यमंत्री द्वारा प्रदान किए जाएंगे. प्रथम चरण में इस योजना के तहत रतलाम जिले के 40 हजार से भी ज्यादा किसानों के 134 करोड़ रुपये से अधिक राशि के कर्ज माफ किए जा रहे हैं. रतलाम तहसील के 9.5 हजार से ज्यादा किसानों के 41 करोड़ रुपये के कर्ज माफ किए जाएंगे.

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बहरहाल नामली की कृषि उपज मंडी में आयोजित इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश के किसान कल्याण तथा कृषि विकास उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण मंत्री और जिले के प्रभारी मंत्री सचिन यादव करेंगे. मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब एंड सिंध बैंक, ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स, इलाहाबाद बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, सेंट्रल एमपी ग्रामीण बैंक (आरआरबी), नर्मदा झाबुआ ग्रामीण बैंक जैसे 9 राष्ट्रीयकृत बैंकों के माध्यम से किसानों को योजना का लाभ दिया जाएगा.

मध्य प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि किसानों की कर्ज माफी के लिए सरकार पूरी तरह गंभीर है. नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के पाले और ओले से प्रभावित फसलों के नुकसान के सर्वे और कर्जमाफी से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष इसके लिए परेशान न हो क्योंकि 15 दिन बाद मध्य प्रदेश के लाखों किसान बताएंगे कि उनका कर्ज माफ हो गया है. विपक्ष ने विधानसभा में सवाल उठाया था कि लेखानुदान में किसान कर्ज माफी के लिए पर्याप्त राशि का प्रावधान नहीं किया गया है.

सीएम बनते ही किया कर्ज माफ

कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले किसानों की कर्जमाफी की फ़ाइल पर दस्तखत किए थे. मध्य प्रदेश में 15 सालों बाद सत्ता में कांग्रेस की वापसी के पीछे किसानों की कर्जमाफी का वादा सबसे बड़ी वजह थी. इसलिए कांग्रेस ने शुरू से ही इसे प्राथमिकता में रखा. हालांकि बीजेपी कई बार कांग्रेस पर हमलावर रही और सवाल उठाए कि जब वादा 10 दिनों में कर्जमाफी का था तो इसमें दो महीने क्यों लग गए?

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