मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक ट्वीट पर मध्यप्रदेश की राजनीति फिर गरमा गई है. कांग्रेस ने पूर्व सीएम कमलनाथ पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया है. दरअसल पूर्व सीएम ने दो दिन पहले एक अखबार की कटिंग ट्वीट करते हुए कमलनाथ सरकार पर हमला किया था.
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना से जुड़ी एक खबर के बारे में ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि 'सरकार सरकार में फर्क होता है. कमलनाथ जी से सरकार नहीं चल पा रही है. शेखियां बघारने से काम नहीं होता है, अब तो समझ जाइए सरकार. जागिए और बेटियों से किया वादा पूरा कीजिए.' दरअसल शिवराज सिंह चौहान ने इसके साथ ही आरोप लगाया था कि कमलनाथ सरकार में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत मिलने वाली राशि हितग्राही जोड़े को नहीं मिल रही.
सरकार सरकार में फर्क होता है।
कमलनाथ जी से सरकार नहीं चल पा रही है।
शेखियाँ बघारने से काम नहीं होता है, अब तो समझ जाइये सरकार। जागिए और बेटियों से किया वादा पूरा कीजिए। pic.twitter.com/3ZPuOUXQa3
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) August 23, 2019
सीएम के आरोपों को कांग्रेस के कालापीपल से विधायक कुणाल चौधरी ने बेबुनियाद बताते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री झूठे आरोप लगा रहे हैं. विधायक कुणाल चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस कर ये दावा किया कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत 26 हजार से ज्यादा जोड़ों की शादी पर करीब 132 करोड़ रुपये की राशि अब तक जारी की जा चुकी है. इनमें से 48 हजार रुपए प्रति जोड़े के हिसाब से 125 करोड़ रुपये हितग्राहियों के खाते में डाले जा चुके हैं तो वहीं आयोजकों को अबतक 7 करोड़ 80 लाख रुपये की राशि का भुगतान किया गया है.
इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा तेज बारिश के कारण किसानों की फसल खराब होने पर तुरंत सर्वे ना कराने के आरोपों पर जवाब देते हुए कुणाल चौधरी ने कहा कि शिवराज बीमा कंपनी के एजेंट जैसी बात न करें क्योंकि वो आपदा से प्रभावित फसलों का मुआवजा देने की बात कर रहे हैं. जिससे बीमा कंपनियों को फायदा होगा क्योंकि उन्हें फसल बीमे की राशि नहीं देनी होगी. जबकि सच तो ये है कि कई जिलों में फसलों की बरबादी का सर्वे हो भी गया है और कई किसानों के खाते में बीमे की राशि भी आ चुकी है.