मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ की एक तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो रही है. इस तस्वीर में कमलनाथ की फोटो के साथ लिखा है, "सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़िया से मैं बाज तुड़ाऊं, तबै कमलनाथ नाम कहाऊं." ये पंक्तियां सीएम कमलनाथ की तारीफ में लिखी गई हैं.
माना जाता है कि इन पंक्तियों के रचयिता सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह हैं. सिख समुदाय इस रचना को लेकर भावानात्मक लगाव रखता है. मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ के नाम के साथ इस रचना को जोड़ने से सिख समुदाय से आने वाले बीजेपी नेता भड़क गए हैं. उन्होंने कार्रवाई की मांग की है.
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने ट्वीट कर कमलनाथ की सोशल मीडिया टीम पर कार्रवाई की मांग की है. सिरसा ने लिखा है कि सिखों के नरसंहार में शामिल व्यक्ति के लिए ये पंक्तियां आखिर कैसे लिखी गई हैं.
उन्होंने ट्वीट किया, 'सीएम कमलनाथ पर गंभीर आरोप है, फिर भी उनकी सोशल मीडिया टीम ने गुरुवाणी का अनादर किया है, इन लोगों ने इन पंक्तियों का इस्तेमाल ऐसे शख्स के लिए किया है जिस पर 1984 के सिख दंगों में शामिल रहने का आरोप है, हमलोग कमलनाथ के सोशल मीडिया टीम के खिलाफ सख्त कार्रवाई चाहते हैं, इस तरह के आपत्तिजनक पोस्ट के लिए सख्त कार्रवाई होनी चाहिए'.
सोशल मीडिया में सीएम कमलनाथ के नाम से विवादित पोस्ट वायरल होने के बाद एमपी कांग्रेस हरकत में आई है. भोपाल में साइबर सेल एसपी को लिखी गई चिट्ठी में कांग्रेस ने इस पोस्ट से किनारा कर लिया है और कहा है कि ये पोस्ट ना तो कांग्रेस के किसी कार्यकर्ता या पदाधिकारी की है और ना ही सीएम कमलनाथ की ओर से अधिकृत किसी व्यक्ति ने लिखी है.
पत्र में लिखा गया है कि ऐसे पोस्ट लिखने वाले व्यक्ति की पहचान कर उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए. कांग्रेस के मुताबिक इस पोस्ट के लिए सीएम की तस्वीर का इस्तेमाल बिना अनुमति के किया गया है. कांग्रेस ने कहा है कि गुरु गोविंद के पवित्र वचनों का इस तरह इस्तेमाल करने वालों के लिए कड़ी सजा दी जानी चाहिए.