मध्य प्रदेश कांग्रेस में मचे घमासान के बाद AICC महासचिव दीपक बाबरिया ने पार्टी के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी में कांग्रेस नेताओं, मंत्रियों, पार्टी पदाधिकारियों समेत सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी से संबंधित मसले केवल पार्टी फोरम में ही उठाने को कहा गया है.
दीपक बाबरिया ने कहा कि मध्य प्रदेश की जनता ने बहुत विश्वास और अपेक्षा के साथ प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को सत्ता की बागडोर सौंपी है. ऐसे समय में पार्टी के समस्त वरिष्ठ नेताओं और मंत्रीगण की पहली प्राथमिकता आम जनता के कल्याण के लिए अपनी पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने की होनी चाहिए.
एडवाइजरी जारी करते हुए दीपक बाबरिया ने कहा कि पार्टी के आंतरिक मसलों को सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता पार्टी के विभिन्न फोरम और वरिष्ठ नेताओं के सामने उठा सकते हैं, लेकिन उन्हें मीडिया, सोशल मीडिया, पत्र या बयानों के माध्यम से सार्वजनिक चर्चा का विषय बनाने से पार्टी अनुशासन भंग होता है, जिसका अधिकार पार्टी में किसी को भी नहीं है. एडवाइजरी के अंत में बाबरिया ने सलाह दी है कि भविष्य में बड़े नेताओं से लेकर पार्टी के कार्यकर्ता सभी आंतरिक विषयों पर इस मर्यादा का पालन करेंगे.
इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने ट्वीट कर सरकार में चल रही उठापटक के खिलाफ अपना दर्द बयां किया था. उन्होंने कहा कि वो ताजा घटनाक्रम से बेहद आहत हैं. अरुण ने ट्वीट में लिखा कि मध्य प्रदेश में 15 वर्षों तक ईमानदार पार्टीजनों के साथ किए गए संघर्ष के बाद सिर्फ 8 महीनों में जो स्थितियां सामने आ रही हैं, उसे देखते हुए बहुत व्यथित हूं. यदि इतनी जल्दी इन दिनों का आभास पहले ही हो जाता, तो शायद जान हथेली पर रखकर जहरीली और भ्रष्ट विचारधारा के खिलाफ लड़ाई नहीं लड़ता. इससे मैं बहुत आहत हूं.'