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उपचुनाव में हार के बाद MP में रार, कांग्रेस नेता ने वीडियो जारी कर की कमलनाथ के इस्तीफे की मांग

कांग्रेस को मध्य प्रदेश के उपचुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा है. अब नतीजों के बाद एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के इस्तीफे की मांग तेज होने लगी है.

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कमलनाथ के नेतृत्व पर उठने लगे सवाल
कमलनाथ के नेतृत्व पर उठने लगे सवाल
स्टोरी हाइलाइट्स
  • उपचुनावों में हार से कांग्रेस में रार
  • कांग्रेस नेताओं ने की कमलनाथ के इस्तीफे की मांग

मध्य प्रदेश में सत्ता में वापसी का सपना देख रही कांग्रेस को बड़ा झटका लगा. 28 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस कोई कमाल नहीं दिख सकी और शिवराज सरकार मजबूत हो गई. इसी के साथ अब राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व पर सवाल खड़े होने लगे हैं. पार्टी में कमलनाथ के इस्तीफे की मांग होने लगी है, जो अभी राज्य में विपक्ष के नेता होने के साथ-साथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं.

सिहोर से कांग्रेस के नेता हरपाल सिंह ठाकुर ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें उन्होंने मांग की है कि कमलनाथ को अब इस्तीफा देना चाहिए. वीडियो में हरपाल ने कहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में जब कांग्रेस को हार मिली तो राहुल गांधी ने पद से इस्तीफा दिया था. ऐसे में कमलनाथ को अब प्रदेश अध्यक्ष और विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा देना चाहिए. उपचुनाव कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की अगुवाई में लड़ा गया और अब वक्त है कि किसी नए नेता को मौका दिया जाए.

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इससे पहले जब नतीजे आ रहे थे, तब भी कांग्रेस विधायक गोबिंद सिंह ने कमलनाथ पर निशाना साधा था. गोबिंद सिंह ने कहा था कि कमलनाथ ने टिकट बंटवारे के वक्त किसी से सलाह नहीं ली और अपनी मर्जी के सर्वे से ही टिकट बांट दिए.

बता दें कि इससे पहले जब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मध्य प्रदेश में करारी हार मिली थी, तब भी कमलनाथ अपना मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष का पद बचाने में सफल रहे थे.

लेकिन, जब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पाला बदला और कांग्रेस की सरकार गिर गई तो कमलनाथ ने विपक्ष के नेता का पद संभाला. अब हाल ही में पार्टी ने कमलनाथ की अगुवाई में ही 28 सीटों पर उपचुनाव लड़ा, इनमें से 25 सीटें उन कांग्रेस नेताओं की थी जिन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पाला बदल दिया था.

हाल ही में हुए उपचुनाव में कांग्रेस सिर्फ 9 सीटें जीत पाई और विधानसभा में अब उसका आंकड़ा सिर्फ 96 का बचा है. जबकि भाजपा ने 19 सीटें जीत कर अपने विधायकों की संख्या 126 कर ली है, जो बहुमत से काफी आगे है. राज्य की कुल 230 सीटों में से अब 7 सीटें अन्य के हाथ में हैं, जबकि एक सीट खाली है.

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