विधानसभा के बाहर धरने पर बैठे
ग्वालियर पूर्व से कांग्रेस विधायक मुन्नालाल गोयल ने शनिवार को अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. गोयल ने आरोप लगाया कि चुनाव में कांग्रेस ने वचनपत्र में वादा किया था कि गरीब भूमिहीनों को पट्टा दिया जाएगा लेकिन ये वचन पूरा नहीं हुआ है. मुन्नालाल गोयल ने कहा कि कमलनाथ सरकार में विधायकों की भी अनदेखी हो रही है. सरकार की बेरुखी से नाराज और सीएम को वादा याद दिलाने के लिए गोयल ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखा और शनिवार को विधानसभा भवन के बाहर एक घंटे तक धरने पर बैठे.
अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना
मुन्नालाल गोयल को पहले विधानसभा परिसर के अंदर गांधी प्रतिमा के सामने धरना देना था लेकिन विधानसभा की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों और मार्शल्स ने उन्हें बताया कि अंदर सिर्फ विधायक, उनका पीए और गनमैन जाएगा तो गोयल ने विधानसभा के बाहर ही धरना देने का फैसला किया.
कांग्रेस विधायक ने पहले विधानसभा में गांधी प्रतिमा पर जाकर माल्यार्पण किया और बाहर आकर विधानसभा परिसर के बाहर एक घंटे तक धरना दिया. आजतक से बात करते हुए मुन्नालाल गोयल ने आरोप लगाया कि सरकार पर ब्यूरोक्रेसी हावी है और अफसर विधायकों से ठीक ढंग से बात नहीं करते हैं.
Madhya Pradesh: Congress MLA Munnalal Goyal sits on dharna outside Assembly in Bhopal. He says, "This is to remind govt of promises made in our poll manifesto. I wrote to the Chief Minister asking to fulfil the promises but nothing happened. That is why I am sitting here". pic.twitter.com/lZxY27dpfa
— ANI (@ANI) January 18, 2020
सीएम कमलनाथ पर आरोप
इसके अलावा मुन्नालाल गोयल ने कहा है कि मुख्यमंत्री और विधायकों के बीच संवाद भी लगातार कम होता जा रहा है. उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र लिखकर अपील की है कि मुख्यमंत्री को समय-समय पर विधायकों से संभागवार मिलना चाहिए जिससे उनके इलाके के विकास से जुड़े मुद्दे हों या कोई समस्या उसपर सीधे मुख्यमंत्री से चर्चा हो सके. मुन्नालाल गोयल ने कहा कि क्षेत्र की जनता को हो रही परेशानी और विकास कार्यों में आ रही रुकावट से नाराज होकर वे धरना दे रहे हैं.
कांग्रेस विधायक मुन्नालाल गोयल के धरने पर कमलनाथ सरकार के मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है कि सरकार ने वचनपत्र के अनुसार शहरों में रहने वाले भूमिहीनों को जल्द ही पट्टा देने का प्रस्ताव सरकार लाने जा रही है और जहां तक मुख्यमंत्री से विधायकों के संवाद ना होने का सवाल है तो ऐसा नहीं है क्योंकि मुख्यमंत्री विधायकों, मंत्रियों और जनता से मिलते ही रहते हैं.
एक हफ्ते के अंदर दूसरे विधायक ने खोला मोर्चा
आपको बता दें कि एक ही हफ्ते के भीतर गोयल कांग्रेस के दूसरे ऐसे विधायक हैं जिन्होंने अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाई है. मुन्नालाल गोयल से पहले कांग्रेस की ही गाडरवारा से विधायक सुनीता पटेल देवी ने दुखी होकर खुले मंच से कहा था कि उनकी सैकड़ों शिकायतों के बावजूद स्थानीय प्रशासन रेत के अवैध उत्खनन और अवैध परिवहन को रोक नहीं रहा है. इस दौरान उन्होंने कहा था कि उन्हें दूसरों की पार्टी और अपनी पार्टी दोनों से ही दुख मिला है.