मध्य प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज होती जा रही है. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दिया और इसी के बाद कमलनाथ सरकार पर संकट बरकरार है. हालांकि, कांग्रेस लगातार दावा कर रही है कि उनके पास बहुमत है और सरकार पर किसी तरह का संकट नहीं है. कांग्रेस नेता शोभा ओझा ने दावा किया कि कुछ बीजेपी के विधायक भी उनके संपर्क में हैं.
बुधवार सुबह जब शोभा ओझा से मध्य प्रदेश की स्थिति के बारे में सवाल हुआ, तो उन्होंने कहा कि विधानसभा में हम बहुमत साबित करने को तैयार हैं. कुछ विधायकों को बेंगलुरु ले जाया गया है, जिन्हें मिसलीड किया गया है. हालांकि, हम हर किसी के संपर्क में हैं. शोभा ओझा ने दावा किया कि बीजेपी के कुछ विधायक भी हमारे संपर्क में हैं.
दूसरी ओर पुडूच्चेरी के मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने इस मसले पर भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला. उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि बीजेपी मध्य प्रदेश में भी कर्नाटक की पॉलिसी अपना रही. ये लोकतंत्र की हत्या है और ज्योतिरादित्य सिंधिया उनके ट्रैप में फंस चुके हैं. उन्हें जल्द ही इसका अहसास होगा, इस्तेमाल के बाद बीजेपी सिंधिया को निकाल देगी.
#BJP is enacting the strategy the way they did in #Karnataka . It is murder of democracy #JyotiradityaScindia has fallen into the trap. He will realise the himalayan blunder very shortly. BJP after using #Scindia will through him out. I am confident Shri Kamalnath prove majority.
— V.Narayanasamy (@VNarayanasami) March 11, 2020
सोशल मीडिया पर एक्टिव हुए ‘मामा’
मध्य प्रदेश में मामा के नाम से मशहूर शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर एक्टिव नज़र आ रहे हैं. कमलनाथ सरकार पर संकट जैसे ही बढ़ा और बीजेपी की स्थिति मजबूत हुई तो फिर चर्चा शुरू हुई कि शिवराज सीएम बन सकते हैं.
बुधवार सुबह शिवराज ने अपने ही अंदाज में ट्वीट किया और लोगों का हालचाल पूछा. शिवराज ने लिखा, ‘सुप्रभात, मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, मेरे प्यारे भांजे-भांजियों: आप का दिन मंगलमय हो’. इस ट्वीट पर लोग कई तरह के कयास लगा रहे हैं, सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि लगता है मामाजी वापस आ रहे हैं.
सुप्रभात, मेरे प्यारे भाइयों-बहनों, मेरे प्यारे भांजे-भांजियों:
आप का दिन मंगलमय हो...
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) March 11, 2020
गौरतलब कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद मध्य प्रदेश में 22 कांग्रेस विधायकों ने अपना पद त्याग दिया. इसी के बाद कमलनाथ सरकार संकट में है.