मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह भले ही लोकसभा चुनाव में भोपाल संसदीय सीट से हार गए हों लेकिन चुनाव के दौरान भोपाल के लोगों से किए गए वादे को वे नहीं भूले हैं. इसलिए तो उन्होंने भोपाल की वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
रविवार को दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह भले ही चुनाव हार गए हों लेकिन अब उनका कार्यक्षेत्र भोपाल ही रहेगा और अगले 5 साल वह पूरी तरह भोपाल को और विकसित कैसे किया जाए. इस पर काम करेंगे. उन्होंने कहा है कि चुनाव के दौरान जो विजन डॉक्यूमेंट भोपाल के लिए उन्होंने जारी किया था, उसे वह अब कमलनाथ सरकार की मदद से पूरा करने की कोशिश करेंगे.
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि भोपाल देश का दिल है इसलिए यहां लॉजिस्टिक हब बनाने के प्रयास जारी है और इसके लिए उनकी मुख्यमंत्री कमलनाथ से चर्चा चल रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि मोहल्ला क्लीनिक के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट भोपाल में जल्द शुरू होगा.
भोपाल की सबसे बड़ी पहचान यानी बड़े तालाब के विकास को लेकर के भी दिग्विजय सिंह ने कहा कि बड़े तालाब को केंद्र बिंदु बनाकर डेवलपमेंट प्लान बनाया जा रहा है और जल्द ही बड़े तालाब को अतिक्रमण से बचाने के लिए लेक प्रोटेक्शन बिल भी लाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि मास्टर प्लान न होने की वजह से तालाब के आसपास सैकड़ों अवैध कॉलोनी बन गई है. इससे भोपाल का अनियोजित विकास हुआ है. इस विसंगति को भी दूर करना उनकी प्राथमिकता होगी.
दरअसल, दिग्विजय सिंह रविवार को भोपाल में मीडिया से मुखातिब हुए और चुनाव के दौरान पेश किए गए उनके विजन डॉक्यूमेंट को लेकर बातचीत की. उन्होंने कहा, ‘जनता ने भले ही मुझे समर्थन न दिया हो, लेकिन मैं भोपाल के विकास के लिए हर क्षेत्र में काम करूंगा'.
इस दौरान, दिग्विजय सिंह ने कहा कि भोपाल के बरखेड़ा नाथू में इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम बनाया जाएगा. पढ़ाई और कमाई एक साथ हो इसलिए भोपाल शहर को एजुकेशन हब के तौर पर भी विकसित किया जाएगा. भोपाल के एमपी नगर में बढ़ती व्यवसायिक गतिविधियों को देखते हुए शहर की किसी और जगह पर कोचिंग सेंटर्स हब और होस्टल विकसित किए जाएंगे.
बीजेपी का तंज
दिग्विजय सिंह के विजन डॉक्यूमेंट पर काम करने के वादे की बात पर भारतीय जनता पार्टी ने तंज कसा है. बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा है कि दिग्विजय सिंह के वादों पर भरोसा न कर भोपाल की जनता उन्हें पहले ही लोकसभा चुनाव में घर बैठा चुकी है, लेकिन लगता है दिग्विजय सिंह को अब भी चुनाव हारने का यकीन नहीं हो रहा है. बीजेपी ने कहा है कि लोकसभा चुनाव हारने के बाद दिग्विजय सिंह को राजनीतिक संन्यास न लेना पड़े इसी छटपटाहट में वो यह सब कर रहे हैं.