मध्य प्रदेश में 15 साल से सत्ता का वनवास झेल रही कांग्रेस इस बार वापसी की उम्मीद लगाए हुए हैं, लेकिन पार्टी नेता अपनी जुबान को कन्ट्रोल नहीं रख पा रहे हैं. ऐसे में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह लगातार जुबान से ढीली गेंद डाल रहे हैं और बीजेपी को चौके-छक्के लगाने से नहीं चकू रही है.
आरएसएस को देख लेने की धमकी देने वाले वीडियो के वायरल के बाद कमलनाथ ने महिलाओं को कम टिकट देने के सवाल का कुछ यूं जवाब दिया कि बीजेपी कांग्रेस पर महिला विरोधी होने का आरोप जड़ रही है.
कमलनाथ के बयान का लब्बोलुआब ये है कि कांग्रेस ने उन्हीं महिलाओं को टिकट दिए हैं जिनकी जीत के मजबूत आसार हैं. कांग्रेस ने ना कोटा देखा, ना खूबसूरती देखी. कमलनाथ के इस बयान में बीजेपी ने सियासत की संभावना देखी और इसे महिला के सम्मान से जोड़ दिया.
इससे पहले कमलनाथ एक वीडियो आया था, जिसमें वो मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल से कह रहे हैं, 'नागपुर मेरे क्षेत्र छिंदवाड़ा के नजदीक है, जहां संघ के लोग दिन में आते हैं और रात में चले जाते हैं. वे सिर्फ दो लाइन का पाठ पढ़ाने आते हैं-अगर हिंदू को वोट देना है तो हिंदू शेर, मोदी को वोट दो, अगर मुसलमान को वोट देना है तो कांग्रेस को वोट दो. ये इनकी (संघ) रणनीति है.'
कमलनाथ कह रहे हैं, 'इस समय सजग व सतर्क रहने की जरूरत है. ये लोग आपको (मुस्लिम) उलझाने की कोशिश करेंगे. इनसे हम निपट लेंगे बाद में, मतदान तक आपको सब कुछ सहना पड़ेगा.'
कमलनाथ की जुबानी चूक पर बीजेपी ने सियासत तेज कर दी है. वो कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के पुरानी टिप्पणी की याद दिलाई जा रही है.