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MP: कांग्रेस का फिर उठा EVM से भरोसा, निकाय चुनाव बैलेट पेपर से कराने की मांग

मध्य प्रदेश की सत्ता में 15 साल बाद वापसी करने वाली कांग्रेस को अब EVM पर भरोसा नहीं है. शायद यही वजह है कि कांग्रेस नेता चुनाव आयोग जाकर ज्ञापन देकर आए हैं.

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EVM (सांकेतिक तस्वीर)
EVM (सांकेतिक तस्वीर)

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  • निकाय चुनाव EVM की बजाय बैलेट पेपर से कराने की मांग
  • मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं ने चुनाव आयोग को सौंपा ज्ञापन

मध्य प्रदेश में एक बार फिर EVM का जिन्न बाहर निकल आया है. 2018 में EVM से हुए चुनावों के बाद जीत का स्वाद चखने वाली कांग्रेस अब उसी EVM को शक की निगाहों से देख रही है. कांग्रेस ने मांग की है कि मध्य प्रदेश में आगामी नगरीय निकाय चुनाव EVM की बजाय बैलेट पेपर से कराए जाएं. वहीं बीजेपी ने इसे कांग्रेस का डर बताया है.

मध्य प्रदेश की सत्ता में 15 साल बाद वापसी करने वाली कांग्रेस को अब EVM पर भरोसा नहीं है. शायद यही वजह है कि कांग्रेस नेता चुनाव आयोग जाकर ज्ञापन देकर आए हैं. जिसमें उन्होंने कहा है कि मध्य प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव EVM के बदले बैलेट पेपर से कराए जाएं.

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बीजेपी के खिलाफ लोगों में गुस्सा

कांग्रेस का कहना है कि विधानसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनी लेकिन फिर भी पार्टी को जितनी सीटें मिलनी थी उससे कहीं कम सीट मिली जबकि बैलेट पेपर होता तो कांग्रेस एकतरफा जीत हासिल करती. कमलनाथ सरकर में मंत्री बृजेन्द्र सिंह राठौर और कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया के मुताबिक 15 सालों तक मध्य प्रदेश की सत्ता पर राज करने वाली बीजेपी के खिलाफ लोगों में बहुत गुस्सा था लेकिन चुनाव नतीजों से ऐसा नहीं दिखा क्योंकि कांग्रेस को कम से कम 140 सीट आने का अनुमान था लेकिन कांग्रेस 114 सीटों पर ही सिमट गई.

हालांकि बीजेपी ने कांग्रेस पर ये कहकर हमला बोला है कि बैलेट पेपर के जरिए वो चुनाव में धांधली करना चाहती है ताकि प्रशासन की मदद से चुनाव जीत सके. बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस चाहे तो चुनाव भी ना करवाए. वो तो सीधे अपने महापौर और नगर निगम अध्यक्ष बनवा दे. जिससे समय और पैसे दोनों की बचत हो जाएगी. रामेश्वर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस डरी हुई है इसलिए सत्ता का दुरुपयोग कर चुनाव जीतना चाहती है.

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