राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है. कांग्रेस नेता कमलनाथ ने अपने खत में पीएम मोदी से प्रजातंत्र की रक्षा के लिए कदम उठाने की अपील की है. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. मध्य प्रदेश कांग्रेस ने कमलनाथ द्वारा पीएम मोदी को लिखा गया खत भी शेयर किया है. मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्विटर हैंडल से किए गए ट्वीट में कहा कि लोकतंत्र की रक्षा हो और जनादेश की सुरक्षा हो.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पीएम मोदी को लिखे खत में कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने संविधान के संघीय स्वरूप को सबसे खूबसूरत पहलू बताया था. बाबा साहेब के अथक प्रयास से इस राष्ट्र को संघीय संविधान मिला, जिसमें केंद्र और राज्य को अलग-अलग स्वायत्तता प्रदान की गई है.
कमलनाथ ने अपने खत में लिखा कि संघीय व्यवस्था के कारण ही संपूर्ण विश्व में भारतीय लोकतंत्र की एक पहचान है. हालांकि पिछले कुछ समय से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की भावनाओं को आहत करते हुए भारत की संघीय व्यवस्था पर निरंतर प्रहार किया गया. जिन राज्यों में केंद्र की सत्तारूढ़ पार्टी की विरोधी पार्टियों की सरकार हैं, उनको अनैतिक तरीके से गिराया जा रहा है.
प्रधानमंत्री को पत्र:
पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को पत्र लिखकर प्रजातंत्र की रक्षा के लिये कदम उठाने का आग्रह किया है।
लोकतंत्र की रक्षा हो,
जनादेश की सुरक्षा हो। pic.twitter.com/q7vbBILi55
— MP Congress (@INCMP) July 23, 2020
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने की घटना का जिक्र करते हुए कमलनाथ ने कहा, 'मध्य प्रदेश की निर्वाचित सरकार को गिराना भारत के प्रजातांत्रिक इतिहास के सबसे घृणित कार्यों में से एक हैं. यह सोचकर भी दिल दहल जाता है कि जब एक ओर पूरा मानव समाज अपने अस्तित्व की लड़ाई कोरोना महामारी से लड़ रहा था, तब दूसरी ओर बीजेपी के सीनियर नेता मध्य प्रदेश के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री समेत कई मंत्रियों और विधायकों को लेकर बेंगलुरु चले गए.'
कांग्रेस नेता बोले- देश की प्रजातांत्रिक व्यवस्था में आया भूचाल
कमलनाथ ने कहा, 'मेरी चिंता सिर्फ प्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरने तक सीमित नहीं हैं, बल्कि आज देश की प्रजातांत्रिक व्यवस्था में भूचाल आया हुआ है और ऐसी शंका है कि इसका केंद्र बिंदु केंद्र सरकार में निहित है. हालांकि मैं उम्मीद करता हूं कि मेरी शंकाएं निराधार साबित होंगी और आप भारत के लोकतंत्र की गिरती साख को बचाने के लिए आगे आएंगे. साथ ही अवसरवादी नेताओं को अपनी पार्टी और सरकार में कोई स्थान नहीं देंगे.'
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कमलनाथ से पहले अशोक गहलोत ने लिखा पीएम को खत
इससे पहले राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी को खत लिखा था और बीजेपी पर सरकार गिराने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. गहलोत ने चिट्ठी में कहा था कि विधायकों की खरीद-फरोख्त के जरिए चुनी हुई सरकार को गिराने की कोशिश की जा रही है. सरकार गिराने में भारतीय जनता पार्टी के नेता शामिल हैं. इस साजिश में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का हाथ है. हमारी पार्टी के अति महत्वकांक्षी नेता भी इसमें शामिल हैं.