मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से हाल ही में पकड़े गए हनीट्रैप गिरोह से पूछताछ के बाद एक टीआई पर गाज गिरी है. सागर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित सांघी ने बहेरिया के टीआई के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मंगलवार को सस्पेंड कर दिया.
जानकारी के अनुसार पुलिस जांच में तत्कालीन टीआई के खिलाफ सबूत मिलने के बाद भोपाल के आईजी योगेश देशमुख ने सागर के आईजी को पत्र लिखा था. आईजी ने कार्रवाई के लिए पत्र सागर के एसपी अमित सांघी को भेज दिया था.
इस पर मंगलवार को कार्रवाई करते हुए एसपी ने बहेरिया के टीआई को निलंबित कर दिया है. 'आजतक' से फोन पर बात करते हुए एसपी अमित सांघी ने टीआई को निलंबित करने की जानकारी दी.
ऐसे देते थे वारदात को अंजाम
हनीट्रैप-2 गिरोह का सदस्य दीपांकर ग्राहकों को ढूंढकर कॉलगर्ल्स नीपा और रिवाना से पहले जिस्मफरोशी कराता था और बदले में ग्राहकों से कैश लेता था. इसके बाद उन्हीं ग्राहकों को नीपा से फोन कराया जाता और पुलिस से शिकायत करने का डर दिखाकर तीन से चार लाख रुपये तक की रकम वसूली जाती थी.
पुलिस ने बताया कि रिवाना और नीपा फ्लाइट से मुंबई, दिल्ली, गोवा, लोनावाला और अन्य बड़े शहरों में जाकर 5 स्टार होटलों में रुककर जिस्मफरोशी करती रही है. 2013 मे नीपा थाना पिपलानी मे देह व्यापार के तहत गिरफ्तार होकर जेल जा चुकी है.
क्या है मामला?
भोपाल पुलिस ने 24 सितंबर को दो युवतियों और दो युवकों को गिरफ्तार किया था. दोनों युवतियां कॉलगर्ल्स थीं जो पहले ग्राहक के साथ जाकर एक रात के 10-15 हजार रुपये लेतीं थीं. इसके बाद गिरोह के पुरुष सदस्य उन्हीं ग्राहकों को फोन कर उन्हें रेप के मुकदमे का डर दिखाकर उनसे लाखों की रकम वसूलते थे.
ऐसे हुई गिरफ्तारी
इस गिरोह के शिकंजे में आए एक शख्स ने पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाई, जिसके बाद हनीट्रैप-2 गिरोह के सदस्यों की गिरफ्तारी हुई. इनसे पूछताछ में भोपाल के अयोध्यानगर थाने के तत्कालीन टीआई की भी भूमिका संदिग्ध पाई गई.
पूछताछ में गिरोह के लोगो ने बताया कि पूर्व में अयोध्यानगर के तत्कालीन टीआई ने कॉलगर्ल्स के साथ मिलकर कुछ व्यावसायियों को ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूली थी.