राजधानी दिल्ली के आसपास जारी किसानों के आंदोलन पर मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने तंज कसा है. कमल पटेल ने ऐलान किया है कि वो 4 फरवरी को एक दिवसीय उपवास रखेंगे, ताकि धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों की सोच बदल सके.
कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि ये एक सदबुद्धि उपवास होगा, जिसमें वो सच्चे किसानों से अपील करेंगे कि वो कांग्रेस और लेफ्ट के नेताओं की बातों में ना आए. कमल पटेल बोले कि 70 सालों में पहली बार ऐसा एक प्रधानमंत्री आया है, जो जमीन पर किसानों की भलाई करना चाहता है.
मध्य प्रदेश के मंत्री ने कहा कि हर रोज हमें अखबारों में पढ़ने को मिल रहा है कि प्रदर्शनकारियों और स्थानीय लोगों में टकराव हो रहा है, जो ठीक बात नहीं है.
देखें: आजतक LIVE TV
राज्य में किसानों की स्थिति को लेकर उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है किसान तय एमएसपी पर अपनी फसल बेचे और उसे वक्त पर सही दाम मिल सके.
आपको बता दें कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को दो महीने से अधिक हो गया है. दिल्ली के गाजीपुर, टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं. अब लगातार कई राजनीतिक दलों की ओर से भी किसानों को समर्थन दिया जा रहा है, बीते दिनों में कई नेता प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे हैं. जिसके बाद बीजेपी की ओर से इस आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है.