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मध्य प्रदेश पुलिस के 'अमेजिंग उमेश', भजन गायकी में जमा रहे हैं रंग

उमेश शर्मा ने अमेजिंग उमेश नाम से यूट्यूब पेज बनाया है जिसमें उन्होंने अपने दो भजन अपलोड किए हैं, जिसे अब तक काफी लोग देख चुके हैं. इसके अलावा उमेश और भी कई भजन रिकॉर्ड किए हैं जो आने वाले दिनों में एल्बम के रूप में सामने आ सकते हैं.

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भजन गायक उमेश
भजन गायक उमेश

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पुलिसकर्मियों को अमूमन सीरियस और सख्त मिजाज वाला माना जाता है, लेकिन इन्हीं में से कई पुकिसकर्मी ऐसे भी होते हैं जो ड्यूटी के साथ-साथ अपने हुनर पर भी काम करते हैं. ऐसे ही एक पुकिसकर्मी मध्य प्रदेश पुलिस की विशेष शाखा में तैनात जवान उमेश शर्मा हैं, जो आजकल अपने भजन संग्रह को लेकर सुर्खियों में हैं.

उमेश शर्मा ने हाल ही में खुद के लिखे हुए भजनों के संग्रह को यूट्यूब पर अपलोड किया है, जिसे लोग काफी पसंद कर रहे हैं. उमेश शर्मा ने 'अमेजिंग उमेश' नाम से यूट्यूब पेज बनाया है जिसमें उन्होंने अपने दो भजन अपलोड किए हैं, जिसे अब तक काफी लोग देख चुके हैं. इसके अलावा उमेश और भी कई भजन रिकॉर्ड किए हैं जो आने वाले दिनों में एल्बम के रूप में सामने आ सकते हैं. उमेश ने फिलहाल यूट्यूब पेज पर अपने भजन 'मीरा देखे राह प्रभु की' और 'आ जाओ अब कन्हैया संसार रो रहा है ' को अपलोड किया है.

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कृष्ण भक्ति पर आधारित है भजन

उमेश शर्मा ने आजतक से फोन पर बातचीत में कहा कि जब वो सिंहस्थ 2016 में ड्यूटी पर उज्जैन में तैनात थे तो वहां के धार्मिक वातावरण में पूरी तरह रम गए थे. उमेश के मुताबिक उज्जैन में उनकी ड्यूटी जिस संत के कैंप में लगी थी वहां कृष्ण और राधा से जुड़े भजन गाये जाते थे और तभी से उनको भी कृष्ण भक्ति का ऐसा रंग चढ़ा कि उन्होंने एल्बम बनाने का सोच लिया था.

नहीं ली संगीत की कोई ट्रेनिंग

उमेश शर्मा के मुताबिक उन्होंने कहीं से भी संगीत की कोई ट्रेनिंग नहीं ली बल्कि खुद ही अभ्यास करके गाना शुरू किया और धीरे-धीरे सुर और ताल पकड़ने लगे. इसी बीच जब उनको लगा कि अब वो विश्वास के साथ भजन गा सकते हैं, तो उन्होंने अपने खुद के लिखे भजन को स्टूडियो में जाकर रिकॉर्ड करवाया.

हर साल एक महीने की सैलरी करेंगे डोनेट

आपको बता दें कि उमेश शर्मा अपनी साल भर की तनख्वाह में से एक महीने की तनख्वाह ज़िंदगी भर सेना के वैलफेयर फंड में देने का फैसला भी कर चुके हैं. इसी साल पुलवामा में हुए आतंकी हमलों के बाद उमेश शर्मा ने फैसला किया था कि वो रिटायरमेंट तक हर साल अपनी एक महीने की सैलरी सेना के वैलफेयर फंड में डोनेट करेंगे.

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