मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की राजनीतिक जंग जीतने के लिए कांग्रेस ने दलित डिप्टी सीएम बनाने का मन बनाया है. पार्टी नेता ने बकायदा इसके लिए सुरेंद्र चौधरी के नाम का एलान भी कर दिया है, लेकिन राज्य में सीएम कौन होगा ये तस्वीर अभी तक साफ नहीं है.
मध्य प्रदेश पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रभारी दीपक बाबरिया ने आजतक से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव में दलितों का प्रतिधित्व आता है तो बेशक दलित चेहरे को उपमुख्यमंत्री बनाने का फैसला पार्टी कर सकती है.
बता दें कि कांग्रेस ने दलित डिप्टीसीएम बनाने का ऐलान तब किया है, जब हाल ही बीएसपी प्रमुख मायावती ने राज्य की सभी 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर मन बना रही हैं. जबकि पहले कहा जा रहा था कि राज्य में शिवराज सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए कांग्रेस बीएसपी के साथ गठबंधन करके मैदान में उतर सकती है.
दीपक बाबरिया ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बसपा के साथ गठबंधन की बात कर रहे हैं. दोनों दलों के बीच काफी हद बातें हो गई हैं. बता दें कि अगर बसपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव मैदान में उतरती हैं, तो शिवराज के लिए सत्ता में वापसी करना मुश्किल हो जाएगा. दोनों पार्टियों के साथ आने से दलित वोटों में आसानी से सेंधमारी कर सकते हैं.
दीपक बाबरिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने पर दलितों को तरजीह दी जाएगी. उन्होंने कहा कि जमुना देवी जिस तरह मध्य प्रदेश में डिप्टी सीएम बनाई गई थीं, उसी तरह प्रदेश में अगर कांग्रेस की सरकार बनी तो सुरेंद्र चौधरी डिप्टी सीएम हो सकते हैं.
हालांकि वे सुरेंद्र चौधरी के नाम को एक उदाहारण के तौर पर बता रहे हैं. उन्होंने कहा कि चौधरी कार्यक्रम में बैठते इसीलिए उनके नाम को एक उदाहारण के तौर पर रखा गया है. कांग्रेस हमेंशा से दलित और पिछड़ों को आगे बढ़ाने का काम किया है.