MPPSC के प्रश्नपत्र में भील जनजाति को शराबी और अपराधी बताने के मामले में कांग्रेस प्रवक्ता देवाशीष जरारिया ने सीएम कमलनाथ को पत्र लिखा है. पत्र में जरारिया ने MPPSC अधिकारियों को नौकरी से निकालने और उनपर दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है.
देवाशीष जरारिया ने कमलनाथ को भेजे पत्र में लिखा है, 'प्रश्न पत्र में लिखी गई भाषा बेहद अमर्यादित है. यह एक जाति विशेष, समुदाय विशेष के प्रति विकृत मानसिकता को दर्शाता है. प्रश्न पत्र में इस तरीके की बात आने से आदिवासी समाज में गुस्सा है और इससे सरकार की छवि पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है.'
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देवाशीष जरारिया ने ये भी लिखा है, 'इस तरह की घटनाओं से समाज में सरकार के प्रति सकारात्मक संदेश नहीं जाता है और इसका मुख्य कारण है एमपीपीएससी में अभी भी उन अधिकारियों और सदस्यों का होना, जिनकी नियुक्ति बीजेपी के शासनकाल में हुई थी.'
देवाशीष जरारिया ने लिखा, 'यह लोग जानबूझ कर इस तरह का कार्य कर रहे हैं, जिससे कांग्रेस की छवि धूमिल हो. अतः आपसे निवेदन है कि इस मामले को आप संजीदगी से लें और पेपर सेट करने वाले, प्रूफ रीडिंग करने वाले और अंत में मंजूरी देने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी निर्धारित हो. ऐसे अधिकारियों को तत्काल एमपीपीएससी से बाहर किया जाए और उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए.'
बता दें कि रविवार को मध्य प्रदेश पीएससी के प्रश्नपत्र में भील जनजाति को शराब में डूबा रहने वाला और अपराधी प्रवृत्ति वाला बताया गया, जिसके बाद इसपर विवाद खड़ा हो गया है. मालूम हो कि देवाशीष जरारिया लोकसभा चुनाव 2019 में भिंड से कांग्रेस प्रत्याशी थे और अब कांग्रेस प्रवक्ता हैं.