मध्य प्रदेश के राजगढ़ की कलेक्टर निधि निवेदिता और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नेताओं की अभद्र टिप्पणी का मामला बढ़ता जा रहा है. एमपी आईएएस एसोसिएशन ने बीजेपी नेताओं की बदजुबानी पर नाराजगी जताई है.
एमपी आईएएस एसोसिएशन ने मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव को एक लेटर भी भेजा है, जिसमें कहा गया कि एसोसिएशन राज्य के किसी भी अधिकारी के सम्मान के साथ अनुचित भाषा और अनुचित आचरण के इस्तेमाल की निंदा करता है. आईएएस एसोसिएशन ने इसका समर्थन किया है और अनुचित शब्दों के इस्तेमाल की निंदा की है.
बीजेपी नेताओं की ओर से अपशब्दWe stand by our colleagues at MP IAS Association and strongly condemn the derogatory and disrespectful remarks against the DM and other officials of Rajgarh District Madhya Pradesh. #Dignity #RuleofLaw #RespectWomen pic.twitter.com/7TJ1pbnFlA
— IAS Association (@IASassociation) January 23, 2020
राजगढ़ में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों के साथ मारपीट करने वाली महिला अधिकारियों के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता लगातार आग उगल रहे हैं. मारपीट की यह घटना राजगढ़ के ब्यावरा में हुई थी.
इस घटना के खिलाफ ही कल बुधवार को ब्यावरा में बीजेपी ने एक रैली का आयोजन किया. इस रैली के मंच से बीजेपी नेता जमकर महिला कलेक्टर पर बरसे और उनके खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की.
भीड़ के बीच मंच से बीजेपी नेता बद्रीलाल ने महिला कलेक्टर निधि निवेदिता पर न सिर्फ कांग्रेस की मदद करने का गंभीर आरोप लगाया, बल्कि उन पर अभद्र टिप्पणी भी की. साथ ही बीजेपी नेताओं को थप्पड़ मारने वाली बताया. बीजेपी नेता बद्रीलाल ने उनके खिलाफ कांग्रेसियों को फेवर करने और दूध पिलाने तक की बात कह दी.
बद्रीलाल ही नहीं, बीजेपी के अन्य नेता भी जब मंच पर भाषण देने उतरे तो वो सीमा लांघते नजर आए. बीजेपी नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष ने महिलाओं के बारे में यहां तक कह दिया कि अगर संविधान नहीं होता, तो आप घर पर बैठकर रोटी बना रही होतीं.
कैलाश विजयवर्गीय की टिप्पणी
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी महिला अधिकारियों पर भड़ास निकाली. विजयवर्गीय ने कलेक्टर को जेएनयू की पढ़ी-लिखी बताते हुए कहा कि वहां से यह वायरस आ गया है और इस वायरस को डेमोक्रेटिक रूप से खत्म करना चाहिए.
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इस बीच कमलनाथ सरकार ने ब्वायरा मामले में राजगढ़ की डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर निधि निवेदिता और डिप्टी कलेक्टर प्रिया वर्मा के खिलाफ एफआईआर करने से मना कर दिया. दोनों अधिकारियों पर ही प्रदर्शनकारियों से मारपीट का आरोप है.