मध्य प्रदेश में हुए भर्ती घोटाले (व्यापम घोटाला) के छींटे पर संघ नेताओं तक पहुंच गए हैं. आरोपी अधिकारियों ने पूछताछ में आरएसएस नेता केएस सुदर्शन और सुरेश सोनी का नाम लिया है. हाईकोर्ट की निगरानी में स्पेशल टास्क फोर्स इस मामले की जांच कर रही है.
व्यापम के परीक्षा कंट्रोलर और आरोपी पंकज त्रिवेदी ने अपने लिखित बयान में कहा है कि मिहिर समेत पांच लोगों का नाम उन्हें पूर्व मंत्री लक्ष्मी कांत शर्मा ने दिए थे और उन्होंने ही कहा था कि इसमें सोनी का आदमी है. जाहिर है संघ के सुरेश सोनी लक्ष्मी कांत के करीबी माने जाते है.
संघ के स्वर्गीय पूर्व सर संघ चालक के सेवादार मिहिर ने अपने एसटीएफ को दिए बयान में इस बात को कहा कि नापतौल विभाग के निरीक्षक के पद के लिए उसने पूर्व संघ प्रमुख सुदर्शन को कहा था और उन्होंने लक्ष्मी कांत को सिफारिश करके बोला था.
और ये भी कहा था कि यदि पेपर में कुछ नही बने तो खाली छोड़ कर आ जाना. एसटीएफ ने ये लिखित बयान 22 नवंबर 2013 को लिया था.