MP Shahdol District Hospital: मध्यप्रदेश के शहडोल में नवजात बच्चों की लगातार हो रही मौत के बाद शिवराज सिंह चौहान सरकार हरकत में आई है. इस मामले में आखिरकार हफ्ते भर बाद एक्शन लेते हुए शहडोल के सीएमएचओ और सिविल सर्जन को हटा दिया गया है.
नवजात बच्चों की मौत के मामले में कार्रवाई
दरअसल, शहडोल के जिला अस्पताल में बीते 12 दिनों के अंदर 18 नवजात बच्चों की मौत हो चुकी है. इस मामले में शिवराज सिंह चौहान सरकार लगातार निशाने पर थी. मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी शहडोल दौरे पर पहुंचे और स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा की. इस दौरान नवजात बच्चों की मौत के मामले में कार्रवाई करते हुए डॉक्टर प्रभु राम चौधरी ने शहडोल के सीएमएचओ डॉक्टर राजेश पांडे और सिविल सर्जन डॉक्टर वी.एस. बारिया को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दे दिए. इस बाबत स्वास्थ्य विभाग के सचिव को निर्देश दे दिए गए हैं. कहा जा रहा है कि शहडोल मामले में स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री से चर्चा करने के बाद यह निर्णय लिया है.
सूबे की सियासत गरमाई
उधर, शहडोल में नवजात बच्चों की लगातार हो रही मौत से सूबे की सियासत गरमाई हुई है. सोमवार को ही कांग्रेस ने इस पूरे मामले में शिवराज सरकार को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की मांग की थी. जिसके बाद मंगलवार को इस पूरे मसले पर CMHO और सिविल सर्जन पर गाज गिरी है.
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गौरतलब है कि कुछ महीने पहले कमलनाथ सरकार के दौरान भी इसी तरह से अस्पताल में कई बच्चों की मौत का मामला खूब गरमाया था. उस समय तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट को आनन-फानन में हेलिकॉप्टर से शहडोल आना पड़ा था. जिसके बाद सीएमएचओ और सिविल सर्जन पर एक्शन लिया गया था. हालांकि, अभी सरकार भले ही बदल गई हो लेकिन अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली नहीं बदली.
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