मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में सोयाबीन की बुवाई के बाद मानसून की बेरुखी से परेशान ग्रामीणों ने अब टोटकों का सहारा लेना शुरू कर दिया है. रतलाम के धराड़ गांव में बारिश के लिए ग्रामीणों ने गांव के मुखिया को गधे पर बैठाकर घुमाया. यहां मान्यता है कि बारिश के लिए इंद्र देव को प्रसन्न करना होगा और इसके लिए गांव के मुखिया को गधे की सवारी करानी होगी. ऐसा करने से अच्छी बारिश होती है.
दरअसल, रतलाम में मानसून की शुरुआत के बाद किसानों ने सोयाबीन की बुवाई की थी. लेकिन बीते 10 दिनों से बारिश नहीं होने की वजह से अब किसानों की फसलें मुरझाने लगी हैं. जिसके लिए किसान अब तरह-तरह के टोटके कर रूठे इंद्रदेव को मनाने में लग गए हैं.
रतलाम के धराड़ गांव के लोगों ने आज अजीबोगरीब टोटके से इंद्र देव को प्रसन्न करने का प्रयास किया. यहां गांव के उपसरपंच मनोज राठौड़ को गधे की सवारी करवाई गई. यह सवारी ढोल नगाड़े के साथ निकली. इसके बाद गांव के लोगों ने देवी-देवताओं की पूजा अर्चना कर अच्छी बारिश की प्रार्थना की.
यह सवारी पूरे गांव से घूमकर श्मशान पहुंची. जहां एक प्रतीकात्मक टापरी बनाई गई और इसके चारों ओर गधे पर उपसरपंच को बिठाकर घुमाया गया. गधे की सवारी की शोभायात्रा निकालने वाले ग्रामीणों ने बताया की पुराने दौर में बारिश नहीं होने पर रूठे इंद्रदेव को मनाने के लिए गांव के राजा गधे पर बैठकर सवारी करते थे और देवी देवताओं की पूजा कर बारिश के लिए प्रार्थना करते थे.
उसी तर्ज पर वर्तमान दौर में गांव के सरपंच और उपसरपंच ही गांव के मुखिया होते हैं. इसलिए इंद्रदेव को मनाने के लिए गधे की सवारी निकाली जा रही है. गांव वालों की आस्था है कि इस तरह का टोटका करने से रूठे इंद्रदेव अच्छी बरसात करेंगे.
बहरहाल बारिश के लंबे इंतजार से परेशान किसान अपनी मुरझाई फसलों को देख तरह-तरह के अजीबोगरीब टोटके करने को मजबूर हैं. ग्रामीणों को उम्मीद है कि जल्द ही अच्छी बरसात होगी, जिससे उनकी मुरझाती फसलों को राहत मिल सकेगी.