सरकारी उर्दू स्कूल को मुफ्त में मिलीं कोर्स की किताबों को विद्यार्थियों में बांटने के बजाय उन्हें रद्दी में बेच देने वाली टीचर को इंदौर जिला प्रशासन ने सस्पेंड कर दिया.
सरकारी विज्ञप्ति में बताया गया कि आजाद नगर के शासकीय उर्दू प्राइमरी स्कूल की सहायक अध्यापिका शहनाज खान को जिलाधिकारी आकाश त्रिपाठी ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है. शहनाज के खिलाफ यह आरोप पहली नजर में सही पाया गया कि उन्होंने सरकार के ‘सर्व शिक्षा अभियान’ के तहत मुफ्त में मिलीं पाठ्य पुस्तकों को स्कूली विद्यार्थियों में बांटने के बजाय कुछ दिन पहले इन्हें रद्दी में बेच दिया था.
मामले की जांच से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि प्राथमिक अनुमान है कि शिक्षिका ने करीब 45 किलोग्राम वजनी किताबों को चार बोरों में भरकर कबाड़ी को बेच दिया था. इन किताबों के बदले कबाड़ी ने 10 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से 450 रुपये का भुगतान किया था. अधिकारी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
---इनपुट भाषा से