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पेड़ को राखी बांध मनाया रक्षाबंधन, लिया जंगल बचाने का संकल्प

रक्षाबंधन आपने भी मनाया होगा लेकिन मध्य भारत के कुछ गांवों में इस बार जो राखी मनाई गई वह कुछ हटकर थी. मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में लोगों ने महुआ के पेड़ को राखी बांधकर रक्षाबंधन मनाया. यह विशालकाय राखी 54 फीट की थी.

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Rakhi tied to tree
Rakhi tied to tree

रक्षाबंधन आपने भी मनाया होगा लेकिन मध्य भारत के कुछ गांवों में इस बार जो राखी मनाई गई वह कुछ हटकर थी. मध्यप्रदेश के सिंगरौली जिले में लोगों ने महुआ के पेड़ को राखी बांधकर रक्षाबंधन मनाया. यह विशालकाय राखी 54 फीट की थी.

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इसके अलावा दिल्ली, बेंगलुरु, मुंबई समेत 10 शहरों से भेजी गई करीब 9000 राखियों को महुआ पेड़ में बांधकर ग्रामीणों ने 'महान' वन क्षेत्र में प्रस्तावित कोयला खदान से अपने जंगल को बचाने का संकल्प लिया. करीब दो दर्जन गांवों के एक हजार से ज्यादा ग्रामीणों ने पेड़ को राखी बांधी. इनमें महिलाएं भी अच्छी तादाद में थीं.

एक जंगल है जिसका नाम है- महान. ये कहानी उसी महान जंगल और उसके आसपास बसे गांववालों के बीच के खूबसूरत रिश्ते की कहानी है. दरअसल सिंगरौली का यह जंगल मोहन वन क्षेत्र के अंतर्गत आता है, जिसका नाम स्थानीय नदी महान के नाम पर महान जंगल हो गया है. इस जंगल को सरकार ने कोयला खदान के लिए प्रस्तावित किया है. गांववालों का मानना है कि कोयला खदान आएगी तो जंगल भी जाएगा और नदी भी. 1000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला यह जंगल दुर्लभ साल के पेड़ों से घिरा हुआ है.

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एनजीओ ग्रीनपीस का दावा है कि इस जंगल पर आस-पास के गांवों के करीब 50 हजार लोगों की जीविका निर्भर है. बहुत सारे गांव वाले महुआ, तेंदु पत्ता, चार-चिंरौजी, सूखी लकड़ी और जड़ी-बूटी से ही आजीविका चलाते हैं.

एस्सार और हिंडाल्को के संयुक्त उपक्रम महान कोल लिमिटेड को प्रस्तावित कोयला खदान से इन गांववालों की जीविका खतरे में पड़ गई है. यहां ग्रीनपीस महान संघर्ष समिति के जरिये गांव वालों के साथ मिलकर जंगल बचाने की लड़ाई लड़ रहा है.

ग्रीनपीस की सीनियर कैंपेनर और महान संघर्ष समिति की सदस्य प्रिया पिल्लई ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से हम लोग कई चीजों से लड़ रहे हैं, हमारी अवैध गिरफ्तारी हुई, कंपनी के गुंडे लगातार हमें रोकने की कोशिश कर रहे हैं. साथ ही कई ऐसे प्रयास हुए जिससे राखी महोत्सव के दौरान हिंसा भड़क सके लेकिन यह देखने की बात है कि कैसे शांतिपूर्ण तरीके से लोगों ने राखी का उत्सव मनाया है. ग्रामीणों ने एक मजबूत संदेश दिया है कि कुछ भी हो उनको आगामी ग्राम सभा से पहले डराया-धमकाया नहीं जा सकता है.

आगामी हफ्तों में अमिलिया में ग्राम सभा का आयोजन होना है जिसमें लोगों से एस्सार व हिंडाल्को को प्रस्तावित कोयला खदान पर उनकी राय ली जाएगी. 6 मार्च 2013 को हुई फर्जी ग्राम सभा के आधार पर महान कोल ब्लॉक को दूसरे चरण की मंजूरी दे दी गई थी. लेकिन इसके गलत साबित होने के बाद जिला कलेक्टर सिंगरौली ने नई ग्राम सभा करवाने की घोषणा की थी.

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