मध्य प्रदेश के मंदसौर में कर्जमाफी के लिए आंदोलनरत किसानों पर बीते दिन पुलिस ने गोली चला दी. इससे 5 किसानों की मौत हो गई है. ऐसे में भाजपा को सहयोग करने वाली आरएसएस के ही सहयोगी संगठन भारतीय किसान संघ ने किसानों के मुद्दे पर सरकार को आड़े हाथों लिया है. किसान संघ के सचिव मोहिनी ने कहा कि वे इस मुद्दे पर चार तारीख के रोज मुख्यमंत्री से मिले थे. सरकार ने सारी मांगें पूरी करने का भरोसा दिया और तब आंदोलन स्थगित करने को कहा गया. वे इसे जांच का विषय कहते हैं कि आखिर किसानों को इतना उग्र किसने किया कि ऐसी घटना घट गई. वे किसानों से अपील करते हैं कि किसान शांति से अहिंसक आंदोलन करें. वे इस मुद्दे पर राजनीति की बात कहते हैं.
वे कहते हैं कि सरकार जब सत्ता में आई तो किसानों से बड़े-बड़े वादे किए लेकिन कुछ हुआ नहीं. वे कहते हैं कि सरकार जिस तरह दूसरे मुद्दों पर जल्दी निर्णय लेती है. वैसे ही किसानों के दर्द की भी सुध लेनी चाहिए. किसान मरने को मजबूर है.
वे कहते हैं कि उन्होंने पीएम मोदी को भी इस मामले में ज्ञापन दिया था. सांसदो से मिलकर अपील की थी. इस मुद्दे पर जल्द से जल्द राहत देने के साथ-साथ संसद का विशेष सत्र बुलाकर चर्चा हो. किसान संघ ने दावा किया है कि ये आंदोलन अहिंसक तरीके से जारी रहेगा. इसके साथ ही वे किसानों के प्रतिनिधियों और राज्य सरकार से इस मुद्दे पर सम्पर्क में हैं और जल्द से जल्द सुनवाई की अपील करते हैं.