मध्यप्रदेश के मंदसौर में 7 साल की बच्ची से हैवानियत के केस के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट का गठन होगा. यह एलान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है. उन्होंने कहा कि मासूम का इलाज चल रहा है. उन्होंने आगे कहा कि फास्ट ट्रैक के जरिए दोषी को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाएगी.
मंदसौर में स्कूल की छुट्टी के बाद 7 साल की बच्ची को किडनैप कर रेप किया गया. उसके साथ इस कदर दरिंदगी की गई कि जब डॉक्टर और पुलिस ने उसे देखा तो उनकी रूह कांप उठी. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बच्ची के शरीर पर जगह-जगह दरिंदे के दांत के निशान हैं. नाक पर जख्म इतने गहरे हैं कि डॉक्टरों को नेसोगेस्ट्रिक ट्यूब लगानी पड़ी. बच्ची का प्राइवेट पार्ट लहूलुहान है. रात में ही डॉक्टरों को उसका ऑपरेशन करना पड़ा. आंतों को काटकर बाहर एक रास्ता बनाकर प्राइवेट पार्ट्स को ऑपरेट किया गया.
उधर, बच्ची से रेप के विरोध में गुरुवार को मंदसौर बंद रहा. लोगों ने अपनी दुकानें बंद रखी. भारी आक्रोश के चलते पुलिस आरोपी इरफान खान को कोर्ट में पेश नहीं कर पाई.
इसके बाद कोर्ट खुद कंट्रोल रूम पहुंची, जहां इरफान को 2 जुलाई तक पुलिस रिमांड में रखे जाने का फैसला हुआ. वहीं, पुलिस का कहना है कि उन्होंने जांच के लिए अफसरों की 15 सदस्यीय टीम बनाई गई है. 20 दिन में चालान पेश कर आरोपी को फांसी की सजा दिलाने की बात कही. बच्ची के पास दो पुलिसकर्मी तैनात हैं. परिवार को भी किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा.