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नाबालिग से महीनों होता रहा गैंगरेप, मिली हुक्‍का पानी बंद करने की धमकी

मध्‍य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक नाबालिग के साथ महीनों तक गैंगरेप होता रहा. मामले का खुलासा तब हो पाया जब लड़की का गर्भपात कराया गया. आरोपियों ने रिपोर्ट करने पर पीड़ि‍त के परिजनों को जान से मारने की धमकी भी दी.

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मध्‍य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में एक नाबालिग के साथ महीनों तक गैंगरेप होता रहा. मामले का खुलासा तब हो पाया जब लड़की का गर्भपात कराया गया. आरोपियों ने रिपोर्ट करने पर पीड़ि‍त के परिजनों को जान से मारने की धमकी भी दी. मामले को रफा-दफा करने के लिए पंचायत भी हुई. हालांकि पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन एक आरोपी अब भी फरार है. गिरफ्तार आरोपियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं.

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थाना लिधौरा के स्यावनी गांव का चंदन अहिरवार अपनी पत्‍नी के साथ मजदूरी के लिए दिल्ली गया था. उसकी 14 साल की बेटी अपने छोटे भाई के साथ गांव में ही रह रही थी. सामने रह रहे डॉक्‍टर नकटा विश्वास व सुरेन्द्र अहिरवार ने करीब तीन महीने पहले उसे कमरे में बंद कर उसके साथ बारी-बारी से बलात्कार किया. इस कुकृत्‍य में डॉ. विश्वास की पत्‍नी ने भी अपने पति और अन्‍य आरोपियों का साथ दिया, जिससे नाबालिग का गर्भ ठहर गया.

आरोपी सुरेन्द्र व डॉ. नकटा ने गर्भपात की दवाई खिलाई, जब दवाओं का कोई असर नहीं हुआ तो आरोपियों ने गांव के एक अन्य डॉ गोरा उर्फ अशोक राय से मिलकर उसका गर्भपात करा दिया. गर्भपात होते ही नाबालिग ने इसकी सूचना अपने माता-पिता को दी. उन्होंने घर आकर मामले की सूचना पुलिस को दी. थाना लिधौरा पुलिस ने मामले में डॉ. नकटा विश्वास, उसकी पत्‍नी गोरा विशवास, किशन अहिरवार और उसकी पत्‍नी भूरी और एक अन्य को गिरफ्तार कर लिया है. मुख्य आरोपी सुरेन्द्र अहिरवार की तलाश जारी है.

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उधर गांव में यह चर्चा है कि मामला सामने आने पर 5 अगस्त को गांव में पंचायत बैठी थी. पंचायत ने फरमान जारी कर आरोपियों पर 5-5 हजार का जुर्माना लगाते हुए नाबलिग का गर्भपात कराने का आदेश सुनाया. यही नहीं पंचों ने धमकी दी कि यदि मामला थाने पहुंचा, तो पूरे परिवार का हुक्का-पानी बंद करा दिया जाएगा.

पंचायत के इस निर्णय के बाद से पूरा परिवार सहम गया. दलित परिवार ने बाद में मामले की शिकायत थाने में दर्ज कराई. अब पुलिस और गांववाले इस तरह की किसी भी पंचायत के होने से इनकार कर रहे हैं.

पीड़ित चांदनी (बदला हुआ नाम) ने बताया, ‘मुझसे डॉक्टर ने कहा कि चांदनी यहां आओ मिट्टी निकलवाना है. मैं मिटटी निकालने लगी तभी उसकी पत्‍नी बोली कि तुम यहां रुकना में बरतन धोकर आती हूं, वो बाहर गई और बाहर से कुंडी लगा दी. मैं चिल्लाती रही पर उसने नहीं सुनी. डॉ और सुरेन्द्र अहिरवार वहीं थे, इसके बाद सुरेन्द्र ने मेरे हाथ पकडे़ और डॉ. ने मेरी सलवार फाड़ दी और मेरी इज्जत लूट ली. फिर डॉ. ने हाथ पकडे़ और सुरेन्द्र ने मेरे साथ बलात्‍कार किया. मेरे दो माह का गर्भ ठहर गया था, मैने डॉ. से कहा तो उसने दवा दे दी. उससे मैं ठीक नहीं हुई तो डॉ. गांव के ही चंदसी डॉ. के पास ले गया. जहां इंजेक्शन लगाया, दर्द हुआ और में बेहोश हो गई. इसके बाद मुझे कुछ पता नहीं.’

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पीड़ि‍त के पिता ने बताया, हम बाहर थे, बच्ची ने फोन लगाकर बताया कि ऐसी घटना हुई है. हम यहां आये और घटना की रिपोर्ट करने थाने जा रहे थे तो डॉ. ने जान से मारने की धमकी दी. इस मामले में पुलिस अधिकारी अभी कुछ कहने से बच रहे हैं.

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