मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के नजदीकी औद्योगिक क्षेत्र मंडीदीप में बुधवार को सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 11 साल की बच्ची झुलसी हुई अवस्था में मिली. लड़की के परिजनों ने उसे इंद्रपुरी के एक सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत गम्भीर बनी हुई है.
इस बीच, पुलिस ने इस केस में दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है तथा एक अन्य की तलाश जारी है. इससे पहले बुधवार को पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही थी तथा पीड़िता की मानसिक स्थिति ठीक न होने का हवाला देते हुए उसके परिजनों द्वारा प्रताड़ित किए जाने की दलील दे रही थी.
भोपाल के पुलिस महानिरीक्षक उपेंद्र जैन ने 'झाड़-फूंक' के लिए लड़की को जलाए जाने की बात कही थी, लेकिन 24 घंटे बाद ही गुरुवार रात उन्होंने खुलासा किया कि पीड़िता के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है.
पुलिस नियंत्रण कक्ष में उपेंद्र जैन ने गुरुवार रात बताया कि लड़की का परिवार मंडीदीप में ईंट भट्टे पर काम करता है और इसी इलाके में 28 अप्रैल को उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ था. इस मामले में दो आरोपियों राजेश और रफीक को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं एक अन्य अभी भी फरार है .
शुरुआत में उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उसे सरकारी हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लड़की के शरीर पर एक दर्जन से अधिक जलने के निशान हैं. जैन का कहना है कि पीड़िता को किसी ने जलाया है अथवा उसने खुद आग लगाई है, इसका पता नहीं चल पाया है, क्योंकि उसका बयान अभी नहीं लिया जा सका है.