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व्यापम भर्ती मामले में 7 के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी

मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती और वन रक्षक भर्तियों में फर्जी तरीके से पास होने के मामले में प्रदेश की एसटीएफ पुलिस ने सात फर्जी परीक्षार्थियों, दलालों एवं अभिभावकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं.

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की फाइल फोटो
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की फाइल फोटो

मध्यप्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती और वन रक्षक भर्तियों में फर्जी तरीके से पास होने के मामले में प्रदेश की एसटीएफ पुलिस ने सात फर्जी परीक्षार्थियों, दलालों एवं अभिभावकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं.

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एसटीएफ पुलिस ने भोपाल में एक विज्ञप्ति में कहा कि एसटीएफ सात फर्जी परीक्षार्थियों, दलालों एवं अभिभावकों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं. इनमें से दो आरोपी 15 सितंबर 2013 के पुलिस आरक्षक भर्ती मामले के हैं, जबकि पांच आरोपी तीन मार्च 2013 को आयोजित वन रक्षक भर्ती मामले के हैं.

पुलिस आरक्षक भर्ती मामले में दोनों आरोपी बिहार के हैं और उनके नाम नमन कुमार भण्डारी व अजीत कुमार कश्यप हैं. ये दोनों आरोपी पहले ही गिरफ्तार आरोपी दलाल हेमराज यादव के जरिए से रुपये लेकर वास्तविक परीक्षार्थियों के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी के रूप में परीक्षा में बैठते थे.

वहीं, वन रक्षक भर्ती मामले में ग्वालियर निवासी दलाल डॉ. सतीश मौर्य, मुरैना निवासी दलाल ज्ञानेन्द्र त्रिपाठी, फर्जी अभिभावक रामवीर सिंह (मुरैना), फर्जी परीक्षार्थी सुशील यादव (बिहार) व दलाल दिवाकर उर्फ पवन शाक्य (मुरैना) के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए गए हैं.

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इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420, 468, 471, 120बी तथा मध्यप्रदेश परीक्षा अधिनियम 1937 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं.

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