scorecardresearch
 

MP: 3 साल के बच्चे के सिर में घुसा तीर, डॉक्टरों ने ऐसे बचाई जान

इंदौर के एमवाय अस्पताल में सीटी स्कैन से पता चला कि तीर बच्चे के सिर में करीब 4 इंच तक घुस गया है. डॉक्टरों ने बच्चे के पिता को बताया कि तीर जिस जगह घुसा हुआ है उसके आसपास दिमाग की बेहद जटिल नशे और कोशिकाएं हैं

Advertisement
X
न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉक्टरों की एक टीम ने जटिल ऑपरेशन कर बचाई जान (प्रतीकात्मक तस्वीर)
न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉक्टरों की एक टीम ने जटिल ऑपरेशन कर बचाई जान (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Advertisement

  • अलीराजपुर के रहने वाले 3 साल के एक बच्चे के सिर में घुस गया था तीर
  • सिर में करीब 4 इंच तक घुस गया था तीर, एमवाय अस्पताल में हुआ इलाज

मध्यप्रदेश के इंदौर में एमवाय अस्पताल में डाक्टरों ने बेहद जटिल ऑपरेशन के जरिए एक 3 साल के बच्चे की जान बचाई है. डॉक्टरों का कहना था तीर बड़े ही खतरनाक तरीके से दिमाग की कोशिकाओं के पास घुसा हुआ था. जिसे सही से न निकाल पाने पर बच्चे को नुकसान भी पहुंच सकता था. फिलहाल बच्चे की जान खतरे से बाहर है.

दरअसल, मूल रूप से अलीराजपुर के रहने वाले इस 3 साल के बच्चे के सिर में एक तीर घुस गया था. मासूम अपने पिता के साथ गुरुवार रात को खेत पर गया हुआ था उसी दौरान अचानक से वह जोर-जोर से चीखने और रोने लगा. पिता ने जब टॉर्च लाइट से देखा तो पाया कि उसके सिर में तीर घुसा हुआ है और उससे काफी खून बह रहा है. बच्चे की हालत देख पिता पहले तो बदहवास हो गया लेकिन तुरंत उसे लेकर स्थानीय अस्पताल ले जाया गया.

Advertisement

इसे भी पढ़ें---- Corona Virus: चीन से आए 5 लोगों को आर्मी हॉस्पिटल शिफ्ट किया, AIIMS में सैंपल की जांच

डॉक्टरों की टीम ने जब यहां बच्चे के सिर से तीर निकालने की कोशिश की उसमें वह कामयाब नहीं हो सके. इसके बाद बच्चे को इंदौर के एमवाय अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां सीटी स्कैन से पता चला कि तीर बच्चे के सिर में करीब 4 इंच तक घुस गया है.

डॉक्टरों ने बच्चे के पिता को बताया कि तीर जिस जगह घुसा हुआ है उसके आसपास दिमाग की बेहद जटिल नसें और कोशिकाएं हैं. तीर को यदि हाथ से निकालने की कोशिश की जाएगी तो इससे दिमाग की नसों को नुकसान पहुंच सकता है. और ज्यादा खून बहने से बच्चे की मौत भी हो सकती है.

इसे भी पढ़ें---- निर्भया कांडः ''मेरा दर्द ही मेरा हौसला है''

इसके बाद तय किया गया कि तीर निकालने का जिम्मा न्यूरो सर्जन विभाग को दिया जाएगा. सोमवार को न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉक्टरों की एक टीम ने जटिल ऑपरेशन को अंजाम देते हुए बच्चे के सिर से सफलतापूर्वक तीर को बाहर निकाल लिया.

एमवाय अस्पताल में न्यूरोसर्जरी विभाग के डॉक्टर राकेश गुप्ता ने बताया, 'इस तरह के ऑपरेशन बेहद जटिल होते हैं क्योंकि जरा सी चूक भी मरीज को जिंदगी भर के लिए अपाहिज बना सकती है या फिर उसकी जान भी जा सकती है.

Advertisement

वहीं तीर के ज्यादा देर तक सिर के अंदर रहने पर बच्चे को इन्फेक्शन का भी खतरा था इसलिए जल्द से जल्द उसका ऑपरेशन करना भी बेहद जरूरी था. फिलहाल बच्चा स्वस्थ है और जल्द ही उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा.

Advertisement
Advertisement