मध्य प्रदेश में कांग्रेस 15 साल से सत्ता का वनवास झेल रही है. अब भगवान राम के भरोसे फिर से राज्य की सत्ता पाना चाहती है. यही वजह है कि इस बार कांग्रेस ने 'राम वन गमन पथ यात्रा' शुरू की है. दूसरी ओर जनता सत्ताधारी शिवराज सिंह चौहान की पार्टी बीजेपी के काम का आकलन करेगी और फिर तय होगा कि शिवराज चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं.
इंदौर जिले की इंदौर-2 विधानसभा सीट करीब 25 साल से बीजेपी के पास है, यहां से रमेश मेंदोला लगातार दो बार चुनाव जीतने में सफल रहे. मेंदोला ने पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी पर रिकॉर्ड 91 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी.
इस सीट पर करीब सवा तीन लाख मतदाता हैं और शहरी इलाके में बसपा और सपा जैसी पार्टियों का जनाधार ना के बराबर है. इंदौर-2 सीट से बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी 3 बार विधायक रह चुके हैं और मेंदोला को उनका करीबी माना जाता है.
2013 चुनाव के नतीजे
बीजेपी से रमेश मेंदोला- 133669 वोट
कांग्रेस से छोटू शुक्ला- 42652 वोट
2008 चुनाव के नतीजे
बीजेपी से रमेश मेंदोला- 75333 वोट
कांग्रेस से सुरेश सेठ- 35396 वोट
मध्यप्रदेश की ज्यादातर सीटों पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. लेकिन कुछ सीटों पर बीएसपी का भी प्रभाव है. यहां 2003 से बीजेपी की सरकार है और इससे पहले 10 साल तक कांग्रेस ने राज किया था. 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 165 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. कांग्रेस 58 सीटों तक सिमट गई थी. जबकि बसपा ने 4 और अन्य ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी.