scorecardresearch
 

मध्य प्रदेश की ऐसी सीट जहां पार्टी से बड़ा है नेता, 3 दलों से रहे विधायक

नारायण त्रिपाठी ने इस चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर जीत हासिल की थी. उन्होंने बीजेपी के रमेश प्रसाद को 7 हजार वोटों से हराया था.

Advertisement
X
विधायक नारायण त्रिपाठी
विधायक नारायण त्रिपाठी

Advertisement

मध्य प्रदेश की मैहर विधानसभा सीट के बारे में कहा जाता है कि यहां से पार्टी नहीं नेता जीतता है. यही वजह है कि बीजेपी से मौजूदा विधायक नारायण त्रिपाठी इससे पहले कांग्रेस और समाजवादी टिकट पर लड़कर भी चुनाव जीत चुके हैं.

सतना जिले की इस सीट पर फरवरी 2016 में उपचुनाव हुआ था. तब कांग्रेस का दामन छोड़ त्रिपाठी ने बीजेपी से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. करीब 2.12 लाख मतदाताओं वाले इस क्षेत्र में ब्राह्मण और पटेल आबादी ज्यादा होने की वजह से यहां ब्राह्मणों का वोट निर्णायक है और राजनीतिक दल भी इसी समुदाय के उम्मीदवार को टिकट देते हैं.

साल 2013 के नतीजे

नारायण त्रिपाठी ने इस चुनाव में कांग्रेस की टिकट पर जीत हासिल की थी. उन्होंने बीजेपी के रमेश प्रसाद को 7 हजार वोटों से हराया था. तब बीएसपी को भी बीजेपी उम्मीदवार के बराबर करीब 27 फीसद वोट हासिल हुए थे.

Advertisement

2008 चुनाव के नतीजे

साल 2008 के चुनाव में बीजेपी के मोतीलाल तिवारी को मैहर सीट से जीत मिली थी. उनका मुकाबला कांग्रेस के मथुरा प्रसाद पटेल से था जो 14306 वोटों से चुनाव हार गए थे. इस चुनाव में समाजवादी पार्टी को 15 और बीएसपी को 12 फीसदी वोट मिले और वो क्रमश तीसरे और चौथे स्थान पर रहीं.

मध्यप्रदेश की ज्यादातर सीटों पर मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है, लेकिन कुछ सीटों पर बीएसपी और अन्य छोटे दल भी निर्णायक भूमिका में हैं. यहां 2003 से बीजेपी की सरकार है और इससे पहले 10 साल तक कांग्रेस ने राज किया था. 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 165 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. कांग्रेस 58 सीटों तक सिमट गई थी. जबकि बसपा ने 4 और अन्य ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी.

Advertisement
Advertisement