मध्य प्रदेश में कांग्रेस 15 साल से सत्ता का वनवास झेल रही है. अब भगवान राम के भरोसे फिर से राज्य की सत्ता पाना चाहती है. यही वजह है कि इस बार कांग्रेस ने 'राम वन गमन पथ यात्रा' शुरू करने की योजना बनाई है. दूसरी ओर जनता सत्ताधारी शिवराज सिंह चौहान की पार्टी बीजेपी के काम का आकलन करेगी और फिर तय होगा कि शिवराज चौथी बार मुख्यमंत्री बनेंगे या नहीं.
अगर सीटों की बात करें तो 230 सीट वाली विधानसभा की एक-एक सीट काफी अहम है. यहां की सिरमौर विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है और दिव्यराज सिंह विधायक हैं. करीब 1.81 लाख वोटरों वाली सिरमौर सीट रीवा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है.
2013 चुनाव के नतीजे
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस की बीच मुख्य मुकाबला था. बीजेपी की ओर से दिव्यराज सिंह और कांग्रेस की तरफ से विवेक तिवारी मैदान में थे. इस चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार को 5288 वोटों से जीत हासिल हुई थी जबिक कांग्रेस के 34730 वोट मिले. इस चुनाव में बीएसपी, सपा और सीपीएम क्रमश पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर रही थी.
2008 चुनाव के नतीजे
साल 2008 के विधानसभा चुनाव में सिरमौर सीट से मायावती की पार्टी बीएसपी विजयी हुई थी. तब बीएसपी का मुकाबला कांग्रेस से था जो 309 वोटों से चुनाव हार गई. बीएसपी के रामकुमार उरमलिया 2008 में इस सीट से विधायक चुने गए. बीजेपी इस चुनाव में तीसरे स्थान पर रही और जेडीएस को चौथा स्थान हासिल हुआ.
मध्यप्रदेश में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. 2003 से बीजेपी की सरकार है. लेकिन सिरमौर जैसे कुछ सीटों पर बीएसपी, सपा जैसे दल भी समीकरण बिगाड़ सकते हैं. इससे पहले 10 साल तक कांग्रेस ने राज किया था. 2013 के विधानसभा चुनाव में कुल 230 विधानसभा सीटों में से बीजेपी ने 165 सीटें जीतकर सरकार बनाई थी. कांग्रेस 58 सीटों तक सिमट गई थी. जबकि बसपा ने 4 और अन्य ने 3 सीटों पर जीत हासिल की थी.