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MP: डूबने से दो बच्चों की मौत, जिंदा होने की उम्मीद में नमक के ढेर में दबाया

डेढ़ घंटे तक बच्चों के शव नमक के ढेर में ही दबे रहे लेकिन उनमें कोई हलचल नहीं हुई. इसके बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो उसने परिजनों को समझाया जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर
स्टोरी हाइलाइट्स
  • ईंटखेड़ी इलाके में नदी में डूबने से हुई मौत
  • डेढ़ घंटे तक दोनों बच्चों के शव को नमक में दबाया गया
  • पुलिस के समझाने के बाद शव को पोस्टमार्ट्म को भेजा

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से अंधविश्वास का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां दो नाबालिग बच्चों की पानी में डूबने से मौत हो गई थी, लेकिन परिवार के लोगों ने बच्चों के वापस जिंदा होने के अंधविश्वास में उन्हें करीब 1 घंटे तक नमक के ढेर में दबा कर रखा. पुलिस के काफी समझाने के बाद परिजन माने और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया.

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दरअसल, भोपाल के पास ईंटखेड़ी इलाके में स्थानीय नदी में 3 बच्चे डूब गए थे. आसपास के लोगों ने एक बच्चे को तो बचा लिया लेकिन दो बच्चों को जब तक पानी से निकाला गया तब तक वे बेसुध हो चुके थे. परिजन उन्हें स्थानीय अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

दोनों बच्चों की मौत की वजह पानी में डूबना बताया गया. बच्चों के शव को हमीदिया अस्पताल भेजा गया लेकिन यहां पर अंधविश्वास के चलते परिजनों ने दोनों बच्चों के शवों को इस उम्मीद में नमक के ढेर में दबा दिया कि इससे बच्चों की सांसें दोबारा चलने लग जाएंगी और वह जिंदा हो जाएंगे.

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करीब डेढ़ घंटे तक बच्चों के शव नमक के ढेर में ही दबे रहे लेकिन उनमें कोई हलचल नहीं हुई. इसके बाद जब पुलिस वहां पहुंची तो उसने परिजनों को समझाया. काफी समझाने के बाद आखिरकार परिजन माने और शवों को नमक के ढेर से बाहर निकाला.

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बाद में पोस्टमार्टम के बाद बच्चों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए जिन्होंने मंगलवार शाम को उनका अंतिम संस्कार कर दिया.

 

 

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