मध्य प्रदेश सरकार ने तीन प्रिंटिंग प्रेस बंद करने का फैसला लिया है. कैबिनेट बैठक के बाद इस बाबत आदेश जारी कर दिए गए हैं कि ग्वालियर, रीवा और इंदौर में प्रिंटिंग प्रेस को बंद किया जाएगा. वहीं इस फैसले के बाद यहां काम करने वाले कर्मचारी परेशान हैं. हालांकि ये कहा गया है कि यहां के कर्मचारियों के लिए क्या रणनीति रहेगी, इसके लिए संभागीय कमिश्नर की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाएगी.
यहां हैं प्रिंटिंग प्रेस
मध्य प्रदेश के ग्वालियर, रीवा और इंदौर में लंबे समय से प्रिंटिंग प्रेस संचालित की जा रही थीं, लेकिन अब अधिकतर शासकीय कार्यों के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया में ज्यादा काम होने के चलते और रॉ मटेरियल के महंगा होने के चलते यह सभी प्रिंटिंग प्रेस घाटे में चल रही थीं. नवंबर 2020 में हुई कैबिनेट बैठक में इन तीनों प्रिंटिंग प्रेस को बंद करने का फैसला लिया गया था, जिस पर अब अमल किया गया है.
गठित की जाएगी समिति
सरकार ने फैसला लिया है कि इन तीनों प्रिंटिंग प्रेस को बंद किया जाएगा. इसके साथ ही इन प्रिंटिंग प्रेस परिसर के भीतर की संपत्तियों को छोड़कर यहां काम करने वालों कर्मचारियों के लिए क्या नीति बनानी है, उसके लिए संभागीय कमिश्नर की अध्यक्षता में एक समिति बनाई जाएगी.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अभी यहां काम करने वाले कर्मचारियों को अन्य प्रिंटिंग प्रेस में ट्रांसफर करना या उन्हें वीआरएस देने पर कोई फैसला नहीं लिया गया है. परिसर के भीतर की जिन सम्पतियों को दूसरी जगह भेजा जा सकता है, उसे शिफ्ट किया जाएगा और बाकी सम्पत्तियों को बेचने का फैसला समिति द्वारा लिया जा सकेगा.