मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सेामवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और बाढ़ और बारिश से प्रभावित मध्य प्रदेश के लिए भारी भरकम राशि की मांग की. सीएम कमलनाथ से अतिवृष्टि से हुए नुकसान की भरपाई के लिए 6621 करोड़ रुपये की सहायता राशि देने का आग्रह किया.
एमपी के जनसंपर्क विभाग द्वारा आधिकारिक तौर पर बताया गया है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने केंद्रीय गृह मंत्री को प्रदेश में पिछले दिनों अतिवृष्टि के कारण कई जिलों में आई बाढ़ से हुए नुकसान की जानकारी दी थी. मुख्यमंत्री ने शाह से कहा कि वे किसानों और अन्य प्रभावितों को तत्काल मदद दिए जाने के लिए राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से शीघ्र ही 6621 करोड़ रुपये की राहत राशि जारी करें.
बारिश से बर्बाद हुई MP की बुनियादी संरचना
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गृहमंत्री को सौंपे ज्ञापन में कहा कि बाढ़ के कारण एमपी में 55 लाख से अधिक किसान और आम आदमी प्रभावित हुए हैं. बारिश की वजह से आधारभूत संरचना को भी भारी नुकसान पहुंचा है. बता दें कि सितंबर महीने में मध्य प्रदेश में जमकर बारिश हुई है. मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार राज्य में सामान्य से 46 प्रतिशत से अधिक वर्षा हुई है. प्रदेश के 52 में से 20 जिलों में सामान्य से 60 प्रतिशत अधिक वर्षा हुई है. भारी बारिश ने किसानों, मजदूरों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है. किसानों की नगदी फसलों को क्षति हुई पहुंची है. सीएम कमलनाथ ने प्रदेश में भारी वर्षा के कारण आई त्रासदी को गंभीर आपदा की श्रेणी में रखने की मांग की है.
केंद्र की टीम ने नुकसान का लिया जायजा
चार अक्टूबर को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण हुए नुकसान का ब्योरा दिया था और मदद की मांग की थी. कमलनाथ के आग्रह पर प्रधानमंत्री ने अतिवृष्टि से हुए नुकसान का फिर से केंद्रीय अध्ययन दल से आकलन करवाया. केंद्र से आई टीम ने 14 से 16 अक्टूबर के बीच प्रदेश के 16 जिलों में हुए नुकसान का जायजा लेकर अपनी रिपोर्ट केंद्र सरकार को सौंप दी है.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि आकलन होने के बाद अब केंद्र सरकार तत्काल राज्य सरकार को राहत राशि दे, ताकि सभी प्रभावितों, विशेषकर किसानों को हुए नुकसान की भरपाई की जा सके. गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम कमलनाथ को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है.