मध्य प्रदेश में राज्यपाल पर मेयर चुनाव से सम्बंधित बिल को मंजूरी ना दिए जाने का कांग्रेस नेताओं द्वारा आरोप लगाए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस बीच सीएम कमलनाथ ने सोमवार देर शाम राज्यपाल लालजी टण्डन से राजभवन जाकर मुलाकात की और मेयर चुनाव बिल के मामले में राज्यपाल के सामने सरकार का पक्ष रखा.
इसकी जानकारी खुद मध्यप्रदेश के जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने ट्वीट कर दी. सीएम से मुलाकात के बाद जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने ट्वीट किया कि मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने आज शाम राज्यपाल महामहिम लालजी टंडन से राजभवन में सौजन्य भेंट की. मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने नगरीय निकायों में महापौर के निर्वाचन के संबंध में राज्यपाल जी को विस्तृत जानकारी दी.
उन्होंने महापौर निर्वाचन के अध्यादेश के संबंध में सरकार का पक्ष रखा. मुख्यमंत्री जी ने विश्वास व्यक्त किया कि महामहिम राज्यपाल जी नगरीय निकाय में महापौर चुनाव के संबंध में राज्य के हित में निर्णय लेंगे.'
तन्खा के बयान को सीएम ने बताया निजी
वहीं मेयर चुनाव बिल को लेकर राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा के राज्यपाल को लेकर दिए गए बयान को सीएम कमलनाथ ने तन्खा का निजी विचार बताया है. मंत्री पीसी शर्मा ने बताया, 'सांसद विवेक तन्खा का वक्तव्य उनके निजी विचार हो सकते हैं. यह विचार मध्य प्रदेश सरकार के नहीं है.'
विवेक तन्खा ने एक दिन पहले ही ट्वीट कर लिखा था कि राज्यपाल को राज्यधर्म का पालन करना चाहिए. उन्हें विपक्ष की बात सुननी चाहिए लेकिन मेयर बिल को रोकना नहीं चाहिए. ये गलत परम्परा होगी.
आपको बता दें कि सोमवार दोपहर मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर महापौर के अप्रत्यक्ष चुनाव से संबंधित बिल को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी और राज्यपाल से मांग की थी कि वह इसे स्वीकृति ना दें.