मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता रहे माधवराव सिंधिया के बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़ने के बाद अब बुधवार को औपचारिक तौर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थामेंगे. सिंधिया समर्थक विधायकों के समर्थन से बीजेपी फिर प्रदेश की सत्ता पर कब्जा करने की तैयारी कर रही है.
भारतीय जनता पार्टी हालांकि कमलनाथ सरकार का तख्ता पलट करने की फिराक में काफी पहले से ही रही है, लेकिन बीजेपी अब कांग्रेस को तोड़ने में कामयाब हो गई. इस बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बहुमत का दावा किया है. सीएम कमलनाथ ने कहा कि चिंता की बात नहीं है, हमारे पास बहुमत है. उन्होंने कहा कि विधायकों को कैद किया गया है.
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बता दें कि मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर गहराए संकट के बीच कांग्रेस विधायकों की मुख्यमंत्री आवास पर मंगलवार शाम बैठक हुई, जिसमें कांग्रेस के सिर्फ 88 विधायक पहुंचे. जबकि 26 विधायक गैरहाजिर रहे, जिसमें 22 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया यानी कांग्रेस के चार और विधायक मीटिंग से गायब रहे.
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कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कुल 92 विधायक पहुंचे, जिनमें 4 निर्दलीय थे. बता दें कि कांग्रेस के कुल 114 विधायक थे, जिनमें से 22 ने खुले तौर पर अपने इस्तीफे दे दिए हैं, जबकि अब चार और विधायक मिसिंग रहे. एक तरफ कमलनाथ ने जहां बहुमत का दावा किया तो वहीं कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अरुण यादव ने बैठक भी कहा कि कांग्रेस की सरकार को कोई खतरा नहीं है.