मध्य प्रदेश के होशंगाबाद के गांव सांगाखेड़ा में चल रही झोलाछाप डॉक्टरों की क्लीनिकों की खबर आजतक पर चलते ही प्रशासन हरकत में आ गया. गुरुवार सुबह गांव झोलाछाप डॉक्टरों की तीनों क्लिनिक बंद करा दिए गए.
सभी डॉक्टरों को ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर और तहसीलदार ने तलब किया. डॉक्टरों को इलाज में कोरोना गाइडलाइन का पालन करने और मरीजों को कोविड किट का वितरण करने को कहा गया है.
बीएमओ डॉक्टर रोहित शर्मा ने बताया कि सभी डॉक्टरों को जांच किट भी दी है, जिसके जरिये ग्रामीणों की स्क्रीनिंग कर अपनी रिपोर्ट देंगे. फिलहाल उनकी डिस्पेंसरी बंद कर दी गई है.
करीब दो हजार की आबादी वाले गांव सांगाखेड़ा कला में उप स्वास्थ्य केंद्र है लेकिन उसकी बिल्डिंग बन रही है. केंद्र को एक सामुदायिक भवन में शिप्ट किया गया लेकिन भवन में ठेकेदार का कबाड़ा भरा हुआ है. परेशान ग्रामीण गांव में झोलाछाप डॉक्टरों की क्लिनिक पर इलाज करा रहे हैं.
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बरामदों में चल रही झोलाछाप डॉक्टरों की क्लिनिकों में खटिया (चारपाई) पर मरीजों को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है.
इस बारे में आजतक से बात करते हुए बाबई तहसीलदार अतुल श्रीवास्तव ने बताया कि 'मामला संज्ञान में आते ही सांगाखेड़ा गांव के तीनों डॉक्टरों को बुलाकर हिदायत दी गई है. वो भी कोविड की किट का वितरण करेंगे.' (इनपुट-जितेंद्र वर्मा)