scorecardresearch
 

MP: छह घंटे बाद खुले बोरवेल से निकाला जा सका मासूम, नहीं बच सकी जान

मध्य प्रदेश के दमोह (Damoh Madhya Pradesh) जिले में खुले बोरवेल (borewell) में एक 4 साल का बच्चा गिर गया. सूचना पर पहुंची प्रशासन की टीम ने बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन 6 घंटे की मशक्कत के बाद बच्चे को निकाला जा सका. बच्चे को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बता दें कि 4 दिन में इस तरह की ये दूसरी घटना है.

Advertisement
X
खुले बोरवेल में गिरा 7 साल का बच्चा, बचाव कार्य जारी. (Representative image)
खुले बोरवेल में गिरा 7 साल का बच्चा, बचाव कार्य जारी. (Representative image)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • मध्य प्रदेश के दमोह जिले की घटना
  • 4 दिन में इस तरह की ये दूसरी घटना

मध्यप्रदेश के दमोह (Damoh Madhya Pradesh) जिले में रविवार सुबह बोरवेल में गिरे 3 साल के बच्चे प्रिंस को बचाया नहीं जा सका. करीब 6 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद रविवार शाम प्रिंस को बोरवेल (Open borewell) में से निकाला गया, लेकिन डॉक्टरों ने अस्पताल पहुंचने पर उसे मृत घोषित कर दिया. प्रिंस का 15 दिन बाद ही जन्मदिन था. 

Advertisement

जानकारी के अनुसार, यह घटना दमोह जिले के पटेरा गांव की है, जहां 3 साल का प्रिंस अठया अपने परिजन के साथ खेत पर गया था. खेत पर खेलते खेलते प्रिंस अचानक एक खुले बोरवेल (Open borewell) में गिर गया. थोड़ी देर बाद जब परिजन का ध्यान गया तो प्रिंस नहीं मिला. इसके बाद परिजन ने उसे खोजना शुरू किया तो खेत में बने खुले बोरवेल (Open borewell) से उसके रोने की आवाज़ आई. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.

6 घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन

घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अमला और जिले के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. बोरवेल करीब 7  इंच चौड़ा था. लिहाज़ा उसके आसपास खुदाई करने के लिए 2 जेसीबी मशीनें मंगाई गईं. बच्चा करीब 20 फीट गहराई पर फंसा हुआ था. एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन की टीमों ने 6 घंटे तक अभियान चलाकर रविवार शाम बच्चे को बाहर निकाला. उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.

Advertisement

15 दिन बाद था जन्मदिन

जिस बच्चे की बोरवेल मे गिरकर मौत हुई है, उसका 15 दिन बाद ही जन्मदिन था. प्रिंस का जन्म 14 मार्च 2019 को हुआ था. इस लिहाज़ से 15 दिन बाद प्रिंस चार साल का हो जाता. जिस घर में बच्चे की जन्मदिन की तैयारियां चल रही थीं, वहां अब उसकी मौत का मातम पसरा हुआ है.

Advertisement
Advertisement