Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के खरगोन में (MP Khargone) रामनवमी को हुई हिंसा के बाद प्रशासन सख्त एक्शन के मूड में है. खरगोन शहर में रविवार को रामनवमी पर जुलूस निकाला गया था, जिस पर पथराव के बाद कुछ वाहनों और घरों में आगजनी की घटनाएं हुईं. इसके बाद खरगोन में सईद शेख नाम के युवक और उसके साथी के साथ पुलिस द्वारा की गई पिटाई का वीडियो वायरल हो रहा है.
सईद सहिद शेख ने आजतक से बातचीत में कहा कि वो बच्चों के लिए दूध लेने निकला था, इस दौरान पुलिस ने उसके साथ जमकर मारपीट की. सईद का आरोप है कि पुलिसकर्मी उसे पीटते हुए उस पर दंगा करने का आरोप लगा रहे थे और माफी मांगने के बावजूद उसके साथ बेरहमी से पिटाई की गई. यहां तक कि पुलिसकर्मियों ने मारपीट करने के साथ उसका फोन भी छीन लिया. सईद ने पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है.
बता दें कि 10 अप्रैल को रामनवमी के मौके पर खरगोन में शोभायात्रा निकाली गई थी. इस यात्रा के दौरान कुछ लोगों ने पथराव किया था, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हिंसा शुरू हो गई थी. हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने पेट्रोल बम भी फेंके थे.
हिंसा में आम लोगों सहित 20 पुलिसकर्मी घायल
इस पूरे घटनाक्रम (Khargone Violence) में आम जनता समेत 20 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. इस घटना को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. रामनवमी पर खरगोन में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. मध्य प्रदेश की धरती पर दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है.
सीएम ने कहा कि दंगाई चिह्नित कर लिए गए हैं, उनको छोड़ा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी. खरगोन में रामनवमी पर निकली शोभायात्रा पर पथराव के बाद हिंसा फैल गई थी. हिंसा में खरगोन SP सिद्धार्थ चौधरी भी जख्मी हो गए थे. पुलिस ने हिंसा के मामले में अब तक 100 लोगों को गिरफ्तार किया है. जुलूस पर पथराव करने वाले आरोपियों की अवैध संपत्तियां तोड़ी जा रही हैं.