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महिला डॉक्टर से पोस्टमॉर्टम रूम में छेड़छाड़, मामला दर्ज

अस्‍पताल का पोस्‍टमार्टम रूम. यकीनन एक ऐसी जगह जहां का माहौल किसी भी इंसान को असहज बना सकता है. एक ऐसा कमरा जिसके अंदर जाने से पहले हर किसी को मानसिक रूप से तैयार होना पड़ता है. लेकिन मध्‍य प्रदेश के एक पोस्‍टमार्टम रूम से ऐसी खबर आई है, जो हवस के भूखे इंसान की सोच और उस फितरत को बयां करती है, जिसके आगे मौत का मंजर भी फीका पड़ जाता है.

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Symbolic image
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अस्‍पताल का पोस्‍टमार्टम रूम. यकीनन एक ऐसी जगह जहां का माहौल किसी भी इंसान को असहज बना सकता है. एक ऐसा कमरा जिसके अंदर जाने से पहले हर किसी को मानसिक रूप से तैयार होना पड़ता है. लेकिन मध्‍य प्रदेश के एक पोस्‍टमार्टम रूम से ऐसी खबर आई है, जो हवस के भूखे इंसान की सोच और उस फितरत को बयां करती है, जिसके आगे मौत का मंजर भी फीका पड़ जाता है.

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जरा सोचिए, क्‍या ऐसे महौल में कोई किसी महिला के साथ छेड़छाड़ या अश्‍लील हरकत कर सकता है. यकीनन एक इंसान की सोच यहां खत्‍म होती दिख सकती है, लेकिन सिवनी जिले में एक महिला डॉक्टर ने अपने सीनियर डॉक्‍टर पर पोस्‍टमार्टम के दौरान छेड़छाड़ और अश्‍लील हरकत करने का आरोप लगाया है.

सिवनी जिला अस्‍पताल के सिविल सर्जन डॉ. एसएन सोनी कहते हैं, 'हमारे यहां एक महिला डॉक्टर हैं, जिन्हें सोमवार को पोस्‍टमार्टम के लिए भेजा गया था. एक मर्डर केस आया था. पुलिस की रिक्वेस्ट थी कि महिला डॉक्टर को साथ भेजा जाए. मैंने एक महिला डॉक्टर को डॉक्टर मुकुंद वासनिक के साथ पोस्‍टमार्टम के लिए भेजा था. करीब आधे घंटे बाद उन्होंने मुझे फोन करके बताया कि डॉक्टर वासनिक ने उनके साथ कुछ अश्लील हरकत की, काफी अभद्र व्यवहार किया, जो उन्‍हें नागवार गुजरा.'

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सिविल सर्जन का कहना है कि उन्होंने शिकायत मिलने के फौरन बाद संबंधित आरोपी डॉक्टर को फोन लगाया और आरोपों की बात की, तो उन्‍होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया. बाद में महिला डॉक्टर ने लिखित में भी इस बाबत सिविल सर्जन को शिकायत की. महिला डॉक्‍टर की शिकायत को जिला चिकित्सालय की महिला उत्पीड़न समिति को सौंप दिया गया और उसकी एक कॉपी पुलिस थाने को भी भेज दी गई है.

'मैं तो पोस्‍टमार्टम सिखा रहा था'
दूसरी ओर, मामले में आरोपी डॉक्‍टर वासनिक ने आरोपों को खारिज किया है और कहा कि वह सिर्फ महिला डॉक्‍टर को पोस्टमार्टम करना सिखा रहे थे. डॉ. मुकुंद वासनिक ने कहा, 'जब मैं पोस्‍टमार्टम शुरू कर रहा था तो ये बाहर फोन पर बात कर रही थी. काफी देर हो गई थी. मैंने मैडम को बुलाया. पुलिस दल भी वहां तैनात था. मैंने उनको बोला कि प्राइवेट पार्ट वाला आप कर लीजिए और उसके बारे में मुझे लिखवा दीजिए. इसपर उन्‍होंने कहा कि मुझे नहीं आता, मैं नहीं करती, मैं जा रही हूं. मैंने उनको कहा कि ऐसा नहीं है. आप सीखो, और मैं उन्‍हें सिखाने लगा, जिसे उन्‍होंने अन्‍यथा ले लिया.'

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