मध्यप्रदेश के रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के उपचुनाव में मिली शानदार सफलता के बाद प्रदेश के आठ स्थानों पर हुए नगरीय निकायों के चुनाव में भी कांग्रेस ने पांच सीटों पर विजय हासिल की. बीजेपी को महज तीन सीटों से संतोष करना पड़ा.
जीत की खुशी में जमकर झूमे कांग्रेसी
प्रदेश में सत्तारूढ भाजपा तीन स्थानों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सिहोर सहित मंदसौर और शहगंज नगर परिषद के चुनाव में विजयी रही, जबकि कांग्रेस ने शाजापुर नगर परिषद सहित जबलपुर जिले की भेड़ाघाट नगर पंचायत, सीधी जिले की मझौली नगर पंचायत, रतलाम जिले की धामनोद नगर पंचायत और टीकमगढ़ जिले की ओरछा नगर पंचायत के चुनाव जीतने में कामयाबी हासिल की. स्थानीय चुनावों में मिली इस सफलता से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में यहां उत्साह का माहौल बन गया. इस मौके पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पटाखे फोड़कर और मिठाई बांटकर अपनी खुशी का इजहार किया.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने जताया आभार
प्रदेश के आठ स्थानीय निकायों के कुल 193 वार्डों में चुनाव हुए. इनमें से भाजपा को 93 वार्डों पर विजय मिली, जबकि कांग्रेस के खाते में 60 वार्ड आए. लेकिन कुल मिलाकर कांग्रेस ने आठ में से पांच स्थानीय निकायों पर विजय हासिल की, जबकि भाजपा तीन निकायों तक सीमित रही. लोकसभा में कांग्रेस पार्टी के मुख्य सचेतक और गुना संसदीय क्षेत्र से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस की विजय के लिये लोगों का आभार व्यक्त किया और विजयी उम्मीदवारों को बधाई दी.
बीजेपी ने कमियों में सुधार की कही बात
प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता के के मिश्रा ने कहा कि भाजपा की बदली हुई बयार जो बिहार से चली, झाबुआ पहुंची और अब इन पांच स्थानों पर उसे नकारात्मक संदेश मिला है. उन्होंने कहा कि नगरीय निकायों में कांग्रेस की जीत से पूरे प्रदेश की फिजा बदलेगी और भाजपा का पतन अब शुरू हो गया है. उन्होंने कहा कि ये जीत चुनिंदा क्षेत्रों की नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की जीत है, क्योंकि ये पांचों नगरीय निकाय प्रदेश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों के हैं. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार चौहान ने कहा कि पार्टी पूरी विनम्रता के साथ इस जनादेश को स्वीकार करती है. उन्होंने कहा कि पार्टी अपनी कमियों का आंकलन करेगी और लोगों की सेवा करने में अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोडेगी.