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MP: अनाथ बच्चों के लिए आगे आए 'मामा', देखरेख का जिम्मा उठाएगी शिवराज सरकार

रविवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐलान किया कि सिर्फ कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चे ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के सभी अनाथ बच्चों की देखरेख का जिम्मा मध्य प्रदेश सरकार उठाएगी. 

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मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (फाइल फोटो)
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान. (फाइल फोटो)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • बच्चों की मदद के लिए आगे आई शिवराज सरकार
  • एमपी में शादी में शामिल हो सकेंगे 40 लोग
  • तेज़ी से कम हो रहा है कोरोना संक्रमण

पिछले महीने कोरोना से अनाथ हुए बच्चों के लिए योजना शुरू करने के बाद अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक और बड़ा ऐलान किया है. रविवार को मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि सिर्फ कोरोना की वजह से अनाथ हुए बच्चे ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के सभी अनाथ बच्चों की देखरेख का जिम्मा मध्य प्रदेश सरकार उठाएगी. 

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मुख्यमंत्री ने रविवार को कहा कि 'कोविड के चलते अनाथ हुए बच्चों के अलावा भी जो अनाथ बच्चे है उन्हें हम किसी भी कीमत पर नहीं छोड़ सकते इसलिए सरकार समाज के साथ मिलकर ऐसे बच्चों की शिक्षा, आश्रय और आहार की व्यवस्था जीवन व्यापन की संपूर्ण व्यवस्था करेगी. इसकी बहुत जल्द एक योजना आपके सामने रखेंगे. जितना समाज का सहयोग मिलेगा वो ठीक है नहीं तो सरकार पूरी व्यवस्था को निश्चित तौर पर करेगी. अगर पिता कमाऊ हैं वो भी चला गया घर में कोई नहीं है, इस मामले में बहुत गंभीरता से विचार करके बहुत संवेदनशील फैसला करेंगे. हम ऐसे बच्चों को नहीं छोड़ सकते जो मजबूर और परेशान हों उस पर भी हम फैसला कर रहें हैं. 

शादी में शामिल हो सकेंगे 40 लोग
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रविवार को जिला क्राइसिस मैनेजमेंट समूहों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़े थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा है कि अब शादी में दूल्हा और दुल्हन पक्ष से 20-20 लोग शामिल हो सकेंगे. सभी मेहमानों का कोरोना टेस्ट अनिवार्य होगा क्योंकि कोरोना का संकट अभी गया नहीं है बस थोड़ा कम हुआ है. जिन देशों में लॉकडाउन के बाद अनलॉक शुरू हुआ है वहां संक्रमण एक बार फिर बढ़ने लगा है इससे तीसरी लहर की संभावना है. इसलिए सावधानी और सतर्कता की ज़रूरत है. 

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जारी रहेंगे रोज़ाना 80 हज़ार कोरोना टेस्ट
प्रदेश में 80 हजार टेस्ट प्रतिदिन जारी रहेंगे. टेस्ट में पॉजिटिव आने पर शख्स की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग कराई जाएगी. जो व्यक्ति पॉजिटिव आया है उसे होम आइसोलेशन में या कोविड केयर सेंटर में रखा जाएगा. इसलिए प्रदेश में किल-कोरोना अभियान जारी रहेगा. सर्दी, खांसी, जुकाम के प्रकरण मिलते ही इलाज शुरू किया जाएगा. 

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प्रतिबंधित रहेंगे धरना प्रदर्शन, स्कूल रहेंगे बंद
राजनैतिक, सामाजिक गतिविधियां, जुलूस-जलसे, भीड़ वाली गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी. स्कूल-कॉलेज,खेलकूद, स्टेडियम में कार्यक्रम आदि पर भी प्रतिबंध रहेगा.

तेज़ी से कम हो रहा है कोरोना संक्रमण
बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश में 24 घंटों के दौरान सिर्फ 274 केस आए हैं. 20 जिलों में एक भी नया केस सामने नहीं आया है. अब सिर्फ भोपाल, इंदौर और जबलपुर में केस दो डिजिट में हैं. पॉजिटिविटी रेट 0.3% पर पहुंच गया है. रिकवरी रेट 98.3% पहुंच गया है. प्रदेश के 18 जिलों में अब कोई केस नहीं है. 31 जिले ऐसे हैं, जिनमें केस 10 से कम हैं.

 

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