मध्यप्रदेश (MP) में फिर एक भर्ती परीक्षा पर सवाल खड़े हो रहे हैं. शिक्षक पात्रता परीक्षा (MP TET 2022) देने वाले छात्रों का आरोप है कि 25 मार्च को हुई परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक हो चुका था. दरअसल ग्वालियर में रहने वाले मदन मोहन नामक युवक ने भोपाल में हुए टीईटी के पेपर को लेकर सवाल खड़े किए हैं. मदनमोहन का कहना है कि धौलपुर जा रहे एक शख्स ने उसे लाखों रुपए देने पर टीईटी की परीक्षा में पास करवाने और पेपर लीक कर देने की बात भी कही.
हालांकि मदन मोहन ने यह भी कहा कि उस व्यक्ति को वे नहीं जानते हैं और न ही नाम याद है. वहीं कांग्रेस ने जब इस परीक्षा को लेकर सवाल उठाए तो सरकार की ओर से जवाब आया कि इसकी जांच की जाएगी.
जानकारी के अनुसार, मध्यप्रदेश में भर्ती परीक्षा करवाने वाली एजेंसी प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड पर इस बार आरोप लगे हैं कि शिक्षक पात्रता परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक होने हो चुका है. यह आरोप 25 मार्च को परीक्षा देने वाले ग्वालियर के एक छात्र ने लगाए हैं.
ग्वालियर में रहने वाले मदन मोहन नाम के इस युवक ने भोपाल में हुए MP-TET के पेपर को लेकर सवाल खड़े किए हैं. मदन मोहन ने दावा किया है कि ट्रेन में एक व्यक्ति ने अपने मोबाइल में उसे आंसरशीट दिखाई थी. मदन मोहन का कहना है कि ट्रेन में मिले व्यक्ति को वे नहीं जानते हैं और न ही उन्हें उसका नाम याद है. मदन मोहन अब सरकार से परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं.
कई सालों से मेहनत कर रहे छात्रों में बढ़ी बेचैनी
मदन मोहन के आरोपों के बाद अब सालों से शिक्षक पात्रता परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों में बैचेनी बढ़ गई है. भोपाल में रहने वाले चेतन भी उन लाखों छात्रों में से एक हैं, जो कई सालों से इस परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए थे. अब चेतन को डर सता रहा है कि यदि सही में पेपर लीक हुआ है तो उनकी 5 साल की मेहनत कहीं बेकार न चली जाए. चेतन अब मामले की गंभीरता से जांच या परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं. चेतन की मानें तो वर्ग-3 की शिक्षक पात्रता परीक्षा पूरे 10 साल के बाद हो रही है. ऐसे में लगातार घरवालों का भी दबाव है कि वह किसी और नौकरी की तलाश करे.
स्क्रीनशॉट वायरल होने पर उठे सवाल, जांच की मांग
जिस परीक्षा का प्रश्नपत्र के लीक होने का दावा किया जा रहा है, वह करीब 10 साल बाद 16 शहरों में परीक्षा आयोजित की गई थी. इसमें 9 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए. शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 के पेपर लीक होने का दावा सबसे पहले सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक स्क्रीनशॉट से हुआ.
ग्वालियर के मदन मोहन नाम के युवक के आरोपों के आधार पर मेहरवान सिंह नाम के एक शख्स ने मुख्यमंत्री शिवराज को ट्वीट करते हुए लिखा कि ये क्या हो रहा है? MP TET पेपर लक्ष्मण सिंह के मोबाइल पर कैसे आया? क्या इसी प्रकार सभी परीक्षाओं में फर्जीवाड़ा होता रहेगा. बेरोजगारों की प्रतिभा का ऐसे ही हनन होता रहेगा? हाईकोर्ट के रिटायर जजों से न्यायिक जांच कराएं? कठोर कार्यवाही हो.' वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने इस मामले को उठाते हुए ट्वीट किया कि 'यह गंभीर आरोप है. इसकी जांच तत्काल होनी चाहिए.'
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सरकार पर उठाए गंभीर सवाल
अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी इस मामले को लेकर शिवराज सरकार को घेरा है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि 'मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार व्यापमं पार्ट 2 घोटाले की ओर बढ़ रही है. कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारी पर गंभीर सवाल उठाए तो उन पर एक सीएम के ओएसडी ने केस दर्ज करा दिया.
दरअसल, कांग्रेस ने पेपर लीक मुद्दे पर शिवराज सरकार को घेरा तो कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा पर सीएम के ओएसडी की तरफ से केस दर्ज कर दिया गया. केस में आरोप लगाया है कि केके मिश्रा ने बिना किसी सबूत के उनका नाम पेपर लीक मामले में उछाला है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने भी इस बात को कहा है कि कांग्रेस के नेता फर्जी स्क्रीनशॉट पर राजनीति कर रहे हैं. अगर पेपर लीक की जांच के लिए आवेदन आएगा तो यकीनन मामले की जांच की जाएगी.