मध्य प्रदेश के नीमच जिले के सिंगोली थाना क्षेत्र में एक भील आदिवासी के चोर का शक होने पर गाड़ी के पीछे खींचने के मामले में प्रशासन ने सख्त कदम उठाया है. एसपी सूरज वर्मा और कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने आरोपियों के गांव पहुंचकर उनकी अवैध संपत्तियों को बुलडोजर से नष्ट कर दिया.
सिंगोली में हुई घटना के पीड़ित परिवार से कलेक्टर मयंक अग्रवाल, एसपी सूरज कुमार वर्मा ने रविवार को मुलाकात की. उन्होंने परिजनों को चार लाख रुपये की मुआवजा राशि भी देने का ऐलान किया. इसके साथ ही आरोपियों की अवैध संपत्ति को भी जेसीबी से ध्वस्त करवा दिया गया. वहीं, सरपंच पति महेंद्र गुर्जर के अवैध मकान को गिरा दिया गया.
कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मृतक कान्हा उर्फ कन्हैया लाल भील के घर पहुंच कर उनके परिवारजनों से भेंट की और उनकी हर संभव सहायता करने का विश्वास दिलाया. एसपी सूरज वर्मा ने कहा कि सिंगोली में जो दुखद घटनाक्रम हुआ था, उसमें 8 आरोपियों को चिन्हित किया गया था, जिनमें से पांच को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि इन आरोपियों की जो भी अवैध संपत्ति या क्रिमिनल बैकग्राउंड है, सभी चेक किया गया है. इन सब की जो भी अवैध संपत्ति या अतिक्रमण की संपत्ति है उसे ध्वस्त किया जा रहा है. सुबह से पुलिस प्रशासन इसमें लगा हुआ है. जो भी इस तरह की विकृत मानसिकता के लोग हैं, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जा रही है.
उन्होंने कहा कि पुलिस मुख्यालय व प्रदेश सरकार के निर्देश हैं कि किसी से कोई रियायत की गुंजाइश नहीं होगी. इस पूरे मामले में जल्दी जांच के लिए मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा ताकि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिल सके. बता दें कि प्रशासन द्वारा तीन मकानों को तोड़ा गया है, जिनमें सरपंच पति महेंद्र गुर्जर का जेतलिया गांव का मकान भी शामिल है. साथ ही पाटन में अमर चंद तथा सत्यनारायण के भी अवैध मकानों को गिरा दिया गया है.
जानिए क्या था पूरा मामला
एक भील आदिवासी को चोर होने के शक में कुछ लोगों ने बुरी तरह पीटा था और फिर एक पिक-अप वाहन के पीछे रस्सी से पैर बांधकर कुछ दूर तक घसीटा गया. इतनी प्रताड़ना के बाद भी जब मन नहीं भरा तो घायल आदिवासी को पैरों से मारना शुरू कर दिया.
आदिवासी व्यक्ति के साथ मारपीट करने के बाद आरोपियों ने पुलिस को डायल 100 पर सूचना दी कि उन्होंने चोर को पकड़ा है. मौके पर सिंगोली पुलिस पहुंची और घायल को नीमच जिला अस्पताल रेफर किया गया जहां उसकी मौत हो गई. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने आठ आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया, जिसमें से पांच को गिरफ्तार किया जा चुका है.