निर्भया कांड के जख्म अभी भरे भी नहीं थे कि देश में फिर ऐसी ही दर्दनाक वारदात को दोहराया गया. लेकिन इस बार देश की राजधानी दिल्ली नहीं बल्कि मध्यप्रदेश में शर्मसार कवारदात को अंजाम दिया गया. मध्यप्रदेश के सिंगरौली में एक 14 वर्षीय नाबलिग लड़की के साथ चलती बस में गैंगरेप किया गया. दुष्कर्म के बाद दरिंदों ने उसे बस के बाहर फेंक दिया.
घटना के कई घंटे बाद कुछ गांववालों ने लड़की को बेहोशी की हालत में सड़क पर पड़े हुए देखा तो उसे जिला अस्पताल बैढन में भर्ती कराया पहुंचाया और पुलिस को इसकी सूचना दी. पुलिस ने बस चालक को गिरफतार कर लिया है. बाकी आरोपियों तलाश कर रही है.
मामले में प्रदेश के गृह मंत्री बाबूलाल गौर ने आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने और पीड़िता के तत्काल इलाज के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा, 'हमने अधिकारियों से चर्चा की है और प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं. दुष्कर्म जिसमे भी किया, कार्रवाई करके गिरफ्तार किया जाए और बच्ची की सुरक्षा के लिए इलाज की पूर्ण व्यवस्था की जाए. मैं इस दुष्कृत्य की घोर निंदा करता हूं.'
रविवार की शाम जिला मुख्यालय बैढन में एक 14 वर्षीय मासूम घर जाने के लिए बस का इंतजार कर रही थी. इसी बीच बारात लाने के लिए बैढन से जलहथनी गांव जा रही सिद्दीकी ट्रेवल्स की यात्री बस वहां से गुजरी. इस बस में 4-5 यात्री सवार थे. लड़की बस में बैठ गई. बस बैढन शहर से जैसे ही आगे पहुंची, तो दो-तीन यात्री लड़की से छेडखानी करने लगे. आरोपियों ने बस को सुनसान जगह पर रोका और लड़की को खींचकर जंगल में ले गए और वहां उन दरिंदो ने उससे गैंगरेप किया.
इसके बाद वे लोग वापस उसे बस में ले गए और फिर चलती हुई बस से उसे बाहर फेंक दिया. लड़की को गंभीर चोटें आई हैं. पीड़िता का इलाज चल रहा है. लेकिन अभी भी उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.